पटना। राजेन्द्र तिवारी
पटना नगर निगम क्षेत्र में लोकल और बाहरी मछलियों की बिक्री और भंडारण पर रोक के खिलाफ मछली विक्रेता संघ ने मंगलवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है कि हम मछलियों का ही व्यापार करते हैं और 15 दिनों के लिए हम दूसरा रोजगार कहां ढूंढें। विक्रेता संघ का कहना है कि सरकार को हमारे बारे सोचना चाहिए। 5 दिनों के लिए लगा है बैन पटना नगर निगम क्षेत्र में लोकल और बाहरी दोनों तरह की मछलियों की बिक्री, भंडारण और लाने-ले जाने पर सोमवार से 15 दिनों के लिए रोक लगाई गई है। खाने वाले मछलियों में मानक से अधिक फॉर्मलीन, कैडमियम, लेड और मरकरी की मात्रा अधिक पाये जाये के कारण यह रोक लगाई गई है। कोई भी व्यक्ति या व्यापारी मछलियों की बिक्री, भंडारण और परिवहन करते पकड़ा गया तो उसे सात साल की जेल और 10 लाख जुर्माना होगा।15 दिनों बाद फिर होगी समीक्षा संजय कुमार ने कहा कि पटना नगर निगम क्षेत्र से ही सिर्फ मछली का सैंपल लिया गया था जिसमें लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले हानिकारक तत्व पाये गये। इसलिए अभी पटना में ही मछली पर रोक लगाई गई है। 15 दिनों के बाद फिर समीक्षा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।