हल्द्वानी। वनभूलपुरा में बीती आठ फरवरी को हुए उपद्रव में लिप्त पाए गए करीब 150 लोगों के गौला खनन कार्य में लगे वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद किए जाएंगे। जिला प्रशासन के आदेश के बाद वन निगम ने इस संबंध में कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने उपद्रव में लिप्त जिन लोगों को चिह्नित किया है, उसमें ये वाहन स्वामी भी शामिल बताए गए हैं।
डीएम वंदना की अध्यक्षता में जिला खनन समिति की बैठक में पिछले दिनों इस संबंध में निर्णय लिया गया था। वनभूलपुरा के ज्यादातर लोग गौला के खनन कार्य से जुड़े हुए हैं। कई लोगों के वाहन गौला नदी के इंदिरानगर और राजपुरा गेट में खनन कार्य के लिए पंजीकृत हैं। इन वाहन मालिकों पर वनभूलपुरा के उपद्रव की गाज गिरने वाली है। जिन लोगों को भी पुलिस ने चिह्नीकरण में वनभूलपुरा के उपद्रव में लिप्त पाया है और अगर उनके वाहन गौला के खनन कार्य में पंजीकृत हैं, तो उनका पंजीकरण निरस्त किया जाएगा। डीएम के इस संबंध में आदेश के बाद वन निगम ने चिह्नित लोगों की पत्रावलियां खंगालनी शुरू कर दी हैं। फिलहाल ऐसे करीब 54 से ज्यादा लोग चिह्नित किए जा चुके हैं। वन निगम प्रबंधन के अनुसार, इनकी संख्या 150 से अधिक है। रजिस्ट्रेशन निरस्त होने के बाद ये लोग गौला के खनन कार्य से अलग कर दिए जाएंगे। वनभूलपुरा की हिंसा के चलते गौला में बुग्गी से खनन के लिए बनाए गए तीनों गेट बंद कर दिए गए थे। गेट बंद होने से बुग्गी चालकों के लिए दिक्कत खड़ी हो गई है। हालांकि शनिवार को राजपुरा गेट खुल गया था, अभी टनकपुर और इंदिरानगर गेट बंद हैं। इन गेटों से करीब 300 बुग्गी के जरिए उपखनिज का उठान होता है। राजपुरा बुग्गी गेट खुलने से बुग्गी चालकों को थोड़ी राहत मिली है। सोमवार को सभी गेट खुलने की उम्मीद है।