देहरादून। अनीता रावत
किशोरी को डरा धमकाकर दुष्कर्म करने के आरोप में सिविल लाइंस कोतवाली में दरोगा के खिलाफ केस दर्ज किया है। इंस्पेक्टर की ओर से दरोगा पर मुकदमा दर्ज कराया है। पिछले साल अगस्त में सिविल लाइंस पुलिस ने एक गेस्ट हाउस में छापा मारा था। इस दौरान होटल से यूपी की एक नाबालिग को बरामद किया गया था। उससे कुछ लोग देह व्यापार करा रहे थे। पुलिस ने तब दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसमें सिविल लाइंस कोतवाली में तैनात एक दरोगा का नाम भी सामने आया था। दिसंबर में पुलिस को एक गुमनाम पत्र मिला था, जिसमें दरोगा पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। तत्कालीन एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी। एसपी सिटी ने मामले में जांचकर रिपोर्ट सौंप दी। विवेचना के दौरान भी आरोपी दरोगा के कोतवाली में ही तैनात होने पर सवाल उठे थे। कुछ दिन पहले दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया था। शुक्रवार को इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अमरजीत सिंह ने मामले में आरोपी दारोगा के खिलाफ नाबालिक को डरा धमकाकर दुष्कर्म करने और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की जांच सोत चौकी प्रभारी मंसा ध्यानी को सौंपी गई है। आरोपी दरोगा का तबादला चमोली में किया है।