अर्चना पांडेय
वैसे तो भारतीय सियासत में बड़बोले नेताओं की कोई कमी नहीं है लेकिन आश्चर्य तब होता है जब इसमें बड़े और गरिमा वाले किसी नेता का नाम सामने आता है। यही नही हाल के दिनों में सियासी गरिमा को लांघने में काफी तेजी आई है।इसमें अक्सर बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, अभी हाल ही में कुछ नेताओं के बयान को आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग ने उनके चुनाव प्रचार पर कुछ घंटों के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इसी तरह के बयानबाजी के मामले में सोमवार को सुनवाई हुई। इसमें राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट में अपने बयान पर खेद जताना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने अपने बयान चौकीदार चोर है को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खेद जताया है। उन्होंने कहा कि चुनावी माहौल की गर्मी के बीच ऐसा बयान निकल गया। गौरतलब कि राफेल मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए पेश हुए दस्तावेजों की सत्यता स्वीकार की थी। जिसके बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया है कि चौकीदार ही चोर है। सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि राफेल मामले में कोई न कोई भ्रष्टाचार जरूर हुआ है। उसके बाद भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की थी। इस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने कहा कि हमने उन शब्दों का इस्तेमाल कभी नहीं किया जो राहुल गांधी ने कहा। यानी अदालत ने ‘चौकीदार चोर है’ वाक्य का इस्तेमाल नहीं किया।इस मामले की सुनवाई में राहुल गांधी ने कोर्ट में दाखिल हलफनामे में राहुल ने कहा कि मेरा इरादा कोर्ट के आदेश को गलत प्रस्तुत करने का नहीं था। खेद मंजूर है या नहीं, इस पर कोर्ट कल फैसला कर सकता है।