देहरादून। अनीता रावत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में इंडियन रेडियोलॉजी इमेजिंग एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला यूके रिकॉन 2019 विधिवत संपन्न हो गई। इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहे चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। एम्स में इंडियन रेडियोलॉजी इमेजिंग एसोसिएशन व उत्तराखंड आईआरआईए की ओर से आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में अपने संदेश में संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने इस विषय में रिसर्च को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को एविडेंस बेस मेडिसिन को अपनी कार्यशैली में सम्मिलित करने के लिए प्रेरित किया। निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी और आयोजन समिति से प्रतियोगिता में अव्वल दर्जा प्राप्त करने वाले चिकित्सकों को नकद पुरस्कार राशि से सम्मानित करने को कहा। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने सफल आयोजन के लिए आयोजकों की प्रशंसा की और उन्हें भविष्य में भी अकादमिक कार्यों के लिए प्रेरित किया। आईआरआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. हेमंत पटेल ने राष्ट्रीय कार्यशाला में सहयोग व चिकित्सकों को प्रोत्साहित करने के लिए एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत का आभार जताया। उधर दूसरे दिन डा. पंकज महेश ने पेट संबंधी रोगों का पता लगाने में रेडियोलॉजी की भूमिका पर व्याख्यान दिया। डा.अंजली प्रकाश ने पेट से संबंधित टीबी, डा. अभिनव जैन ने लिवर सर्जरी के रोगों में एमआईआर की भूमिका,डा. शरद गाडगिल ने आंतों की बीमारी का पता लगाने में रेडियोलॉजी का योगदान व डा.प्रमोद लोनिकर ने हर्निया व पेट संबंधी रोगों पर व्याख्यान दिया। डा. राहुल ने पोर्टल हाईपरटेंशन में चिकित्सक की भूमिका पर विचार रखे। एम्स के डा. राहुल देव ने रेडियोलॉजी के जूनियर रेजिडेंट चिकित्सकों के लिए व डा. लालेंद्र उप्रेती ने उनके लिए फिल्म रीडिंग सेशन आयोजित किया। कार्यक्रम संयोजक डा. पंकज शर्मा ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला के आयोजन में विनोद तोमर, तरुण नौगाईं, सीजा तोमर, संदीप भंडारी, अमित भंडारी, रंजन, विकास, सुरेंद्र पंवार ने सहयोग किया। यहां पर रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डा. सुधीर सक्सेना,डा. मंजू सैनी,डा. पंकज शर्मा, डा. उदित चौहान, डा. राजीव आजाद, डा. पुष्पराज भटेले, डा. मोहित तायल, डा. सारांश, डा.तरुण, डा. आशीष, डा. दिव्या पांडे, डा. आशीष कौशिक, डा. कृति मेहरोत्रा आदि मौजूद थे।