वाशिंगटन। मैक्सिको सीमा पर दीवार के बदले आव्रजकों को संरक्षण मिलेगा। रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह बात कही। ट्रंप ने कहा कि वह दीवार बनाने के लिए 5.7 अरब डॉलर के अनुदान के बदले अवैध रूप से देश में प्रवेश करने वाले बच्चों को संरक्षण देने को तैयार हैं।
राष्ट्रपति ने निर्वासन का सामना करने वाले प्रवासियों के अन्य समूहों को भी संरक्षण देने की पेशकश की है। उन्होंने व्हाइट हाउस में अपने भाषण में कहा कि वाशिंगटन में दोनों पक्षों को साथ आना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि वक्त आ गया है कि हम बदलाव से डरने वाले उन कट्टर विचारों से अपना भविष्य अलग कर लें। उनसे अलग हो जाएं जो खुली सीमा की मांग कर रहे हैं, जिसका सीधा मतलब है मादक पदार्थों तस्करी, मानव तस्करी और अन्य अपराधों का देश में आना। उन्होंने कहा कि वह गतिरोध को खत्म करने, कामकाज की आंशिक बंदी को खत्म करने के लिए कांग्रेस को रास्ता देने और सीमा समस्या हल करने के लिए मौजूद हैं।
सीमा पर दीवार बनाने की अपनी योजना का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी वाम कभी हमारी सीमाओं को नियंत्रित नहीं कर सकता। दीवार अनैतिक नहीं है बल्कि उसके विपरित है क्योंकि वह कई जिंदगियां बचाएगी। ट्रंप ने कहा कि उनका प्रस्ताव ‘डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहुड अराइवल (डीएसीए) का लाभ प्राप्त करने वाले 7 लाख लोगों को तीन साल के लिए कानूनी राहत देने का है, जिन्हें उनके अभिभावक कई वर्ष पहले कम उम्र में गैरकानूनी तरीके से यहां लेकर आए थे। ट्रंप ने कहा कि हमारा प्रस्ताव अस्थायी संरक्षित स्थिति को तीन वर्ष का विस्तार देता है। इसका मतलब है कि 3 लाख प्रवासी जिनकी यह (संरक्षित स्थिति) अवधि समाप्त हो रही है उनके पास अब तीन वर्ष और होंगे… ताकि कांग्रेस एक बड़े आव्रजन समझौते पर काम कर सके, जो हर कोई चाहता है – रिपब्लिकन और डेमोक्रैट्स दोनों।