प्रयागराज। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेल कुंभ न आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि करोबार की दृष्टि से भी यह अति महत्वपूर्ण है। तीन माह तक प्रयागराज का कुंभ मेला व्यापार का केंद्र बना रहेगा। इससे यूपी सरकार को करीब 1200 अरब की आमदनी होने का अनुमान है। साथ ही लाखों लोगों को इससे रोजगार भी मिल रहा है। यही नहीं प्रयागराज कुंभ से आसपास के राज्य मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, बिहार आदि में भी रोजगार सृजन हुआ है और इन राज्यों के राजस्व में वृदि्ध होगी।
प्रयागराज में संगम तट पर आयोजित कुंभ मेले से सिर्फ उत्तरप्रदेश सरकार को 1200 अरब का राजस्व मिलने की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ओर किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि उत्तरप्रदेश सरकार को इस कुंभ मेले से करीब 1200 अरब का राजस्व प्राप्त होगा। 4 मार्च तक चलने वाले इस कुंभ मेले से आयोजन बेशक धार्मिक है लेकिन इससे कामगारों के लिए रोजगार उत्पन्न हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 दिनों तक चलने वाले कुंभ मेले के लिए करीब 4200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। सीआईए के मुताबिक कुंभ क्षेत्र में लाखों लोगों को रोजगार मिला है। इसके अलावा हवाई अड्डे के आसपास करीब लगभग डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिला है। वहीं करीब 45000 टूर ऑपरेटरों को भी रोजगार मिला है। साथ ही ईकोटूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म क्षेत्र में भी करीब 50000 रोजगार बनने की संभावना है। दावा है कि
टूर गाइड, टैक्सी चालक, द्विभाषी और शिक्षकों के तौर पर करीब 55 हजार लोगों ने रोजगार पाया है। यही कारण है कि इससे राज्य सरकार को राजस्व की प्राप्ति होगी। सीआईए की माने तो मेले से राजस्थान, उत्तराखंड, पंजाब, बिहार, मध्यप्रदेश और हिमाचल को भी फायदा होगा। क्योंकि इस मेले में शामिल होने वाले पर्यटक इन राज्यों में भी भ्रमण करने के लिए जा सकते हैं।