हल्द्वानी। हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड वांटेड अब्दुल मलिक और उसके बेटे मोईद की तलाश पुलिस नेपाल बार्डर पर भी कर रही है। बुधवार को पुलिस ने नेपाल बॉर्डर पर चस्पा कर दिया है। वहींगृह मंत्रालय लुकआउट नोटिस जारी कर दोनों आरोपियों के अन्य देशों में जाने के रास्ते पहले ही बंद कर चुका है।
हल्द्वानी हिंसा का आरोपी वांटेड अब्दुल मलिक और उसका बेटा अब्दुल मोईद देश-विदेश की सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर चल रहे है, लेकिन घटना के बाद 15 दिन बाद भी पुलिस आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। हालांकि आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की गई है, लेकिन अब नेपाल भागने की आशंका के चलते पुलिस बॉर्डर पर नजर बनाए हुए है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पोस्टर नेपाल बॉर्डर पर चस्पा कर पहचान सार्वजनिक कर दी है, जिससे हर कोई उन्हें पहचान सके। यहां तक की नेपाल के लोग भी आरोपियों के चेहरों को पहचान सकें, ताकि दिखाई देने पर उत्तराखंड की पुलिस को बता सकें। हालांकि जिला पुलिस दिल्ली, यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में दबिशें दे रही है। इसके अलावा पुलिस मलिक के रिश्तेदारों से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है। जानकारी मिली है मलिक की ओमान और दुबई में भी रिश्तेदारी है। अभी तक की जांच में मलिक के विदेश तक नहीं पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है, क्योंकि हर एयरपोर्ट में आरोपियों पर नजर बनी हुई है। एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि मलिक और उसके बेटे के खिलाफ गृह मंत्रालय से लुकआउट पहले ही जारी हो चुका था। राज्य से जुड़े नेपाल बॉर्डर पर मलिक और उसके बेटे मोईद के पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं। स्थानीय स्तर पर भी पुलिस टीमें लगातार दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रहीं हैं।