ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग और कई अन्य दलों पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करने वाली रिट याचिका मंगलवार को वापस ले ली गई।
छात्र आंदोलन के नेताओं ने सोमवार को ढाका उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर अदालत से अवामी लीग और 10 अन्य दलों को देश में राजनीतिक गतिविधियां संचालित करने से रोकने के निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया था। इस आंदोलन के कारण हसीना की 15 साल पुरानी सरकार को पांच अगस्त को सत्ता छोड़नी पड़ी थी। अदालत के अधिकारियों और वकीलों ने बताया कि आंदोलन के तीन शीर्ष नेताओं या समन्वयकों सरजिस आलम, हसनत अब्दुल्ला और हसीबुल इस्लाम ने याचिका को वापस लेने का फैसला किया है। याचिका में 2014, 2018 और 2024 में हुए तीन आम चुनावों पर भी सवाल उठाया गया है, जिनमें हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सत्ता में आई थी। उच्च न्यायालय की दो सदस्यीय पीठ द्वारा मंगलवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध याचिका को सुबह कार्यवाही शुरू होते ही वापस ले लिया गया। न्यायमूर्ति फातिमा नजीब और न्यायमूर्ति शिकदर महमूदुर राजी की पीठ ने बाद में आदेश दिया कि याचिका को सूची से हटा दिया जाए।