देहरादून। अनीता रावत
उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के अधिकारी और कर्मियों को राज्य में सामान्य बैंकरों की तरह पेंशन मिलेगी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद उत्तराखंड ग्रामीण बैंक देश के सभी 55 बैंकों में पहला ऐसा बैंक है, जो अपने अधिकारियों और कर्मियों को ग्रामीण बैंक पेंशन विनिमय 2018 के तहत पेंशन देगा।
उत्तराखंड ग्रामीण बैंक में सेवानिवृत कर्मचारियों को पेंशन प्रपत्र सौंपे हैं। मुख्य अतिथि नाबार्ड की उप महाप्रबंधक शिखा और कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने की। देश के ग्रामीण बैंकों के अफसरों व कर्मियों को ‘कर्मचारी पेंशन योजना 1995’ के तहत पेंशन दी जाती थी, जो अधिकतम 2200 रुपये प्रति माह होती थी। सालों तक ये पेंशन प्राप्त करने के बाद बैंक यूनियन ने न्यायालय का रुख किया। जहां गत वर्ष लंबी कानूनी लड़ाई के बाद वित्त मंत्रालय को समस्त सेवानिवृत्त ग्रामीण बैंक कर्मियों को व्यावसायिक बैंकों के समतुल्य पेंशन देने के आदेश दिए गए।
यह आदेश देश के सभी 55 ग्रामीण बैंकों पर लागू हुआ, लेकिन उत्तराखंड देश का पहला ऐसा ग्रामीण बैंक हुआ, जिसने आदेश लागू कर दिया। इस संबंध में उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने पात्र कर्मियों को पेंशन प्रपत्र सौंपे। इस दौरान बैंक की पिथौरागढ़, हल्द्वानी, पौड़ी बैंक और दून मुख्यालय के कर्मचारी और अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये आपस में एक दूसरे को बधाई दी। इस मौके पर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार, अधिकारी संघ के महासचिव भुवनेंद्र बिष्ट मौजूद रहे।