इस्लामाबाद/तेहरान।
ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों पर मिसाइल से हमले किया था। ईरान के हमले के बाद पाकिस्तान ने बुधवार को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी। पाकिस्तान ने गुरुवार सुबह ईरान के सिएस्तान-ओ-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त हमले किए। हमले में सात लोगों के मारे जाने की आशंका है।
ईरान ने इराक और सीरिया पर एयर स्ट्राइक के एक दिन बाद मंगलवार देर रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था। ईरानी मीडिया का दावा था कि सुन्नी आंतकी गुट जैश अल अदल के पाकिस्तान स्थित दो ठिकानों को हमले में निशाना बनाया गया है। ईरान ने दावा किया था कि आतंकी समूह ने पहले पाकिस्तान के साथ सीमा क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर हमले किए हैं। आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया गया। जैश अल-अदल सुन्नी आतंकवादी समूह है जो मुख्यत: पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता है। ईरान की ओर से पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले का दावा ऐसे समय किया गया है जब ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर काकड़ ने दावोस में विश्व आर्थिक फॉरम (डब्ल्यूईएफ) के मौके पर मुलाकात की थी। ईरान ने दावा किया कि उसने सुन्नी आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के गढ़ों को निशाना बनाया है। बलूचिस्तान का जैश अल अदल आतंकी संगठन ईरान की सीमा में घुसकर कई बार वहां की सेना पर हमले करता रहा है। ईरान ने कई बार पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने चेतावनी दी है। लेकिन हमले फिर भी जारी रहे। 2015 में पाकिस्तान और ईरान के रिश्ते बेहद खराब हो गए थे। तब ईरान के आठ सैनिक पाकिस्तान से ईरानी क्षेत्र में घुसे सुन्नी आतंकवादियों के साथ संघर्ष में मारे गए थे। यह आतंकी भी जैश अल अदल के ही थे। अलगाववादी आतंकवादी समूह ईरान-पाकिस्तान सीमा के दोनों ओर काम करते हैं। इस समूह का अंतिम लक्ष्य ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत की स्वतंत्रता है। पाकिस्तान में सुन्नी बहुसंख्यक हैं, जबकि ईरान में बड़े पैमाने पर शिया रहते हैं।
ईरान की इस कार्रवाई से बौखलाये पाकिस्तान ने गुरुवार सुबह ईरान के सीमावर्ती इलाकों में हमला किया। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय का दावा है कि पाकिस्तानी वायु सेना ने गुरुवार को ईरान पर जवाबी हमले किए है। इस खुफिया ऑपरेशन में ईरान में छिपे कई आतंकी मारे गए है। इसका वीडियो भी वायरल किया गया है। वहीं ईरान के टेलीविजन ने पाकिस्तान के हमले में 4 बच्चों और 3 महिलाओं की मौत का दावा किया है। पाकिस्तान ने ईरान में बलोच लिबरेशन फ्रंट को निशाना बनाया है। यह फ्रंट पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान की आजादी चाहता है। बलोच के अलगाववादियों ने अलग राज्य के लिए दशकों तक सरकार से लड़ाई लड़ी है, उनका कहना है कि केंद्र सरकार बलूचिस्तान प्रांत के गैस और खनिज संसाधनों का गलत तरीके से शोषण करती है। ये संसाधन अफगानिस्तान और ईरान की सीमा पर हैं। बीएलएफ उन विद्रोहियों में से है जो अक्सर वहां गैस परियोजनाओं, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाते हैं, लेकिन अब उन्होंने पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में भी हमले शुरू कर दिए हैं। वे चीनी परियोजनाओं पर भी हमला करते हैं।