इस्लामाबाद। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान पर व्यापक असर पड़ा है। गुरुवार को पाकिस्तान की सरकार ने कहा कि वह भारत के साथ अपने व्यापार को रोक रहा है और भारतीय एयरलाइन के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर रहा है। सिंधु जल समझौता और शिमला समझौता को निलंबित करने पर उसने कहा कि यह तनाव को बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक हुई। बैठक में प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भाग लिया। प्रवक्ता ने बताया कि भारत की कार्रवाई के मद्देनजर वाघा सीमा चौकी को बंद कर दिया गया है। पाकिस्तान मजबूती से हर खतरे का सामना करने को तैयार है। पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग में अपने सैन्य सलाहकारों को भी 30 अप्रैल तक वहां से चले जाने को कहा है।
पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग में अपने सैन्य सलाहकारों को भी 30 अप्रैल तक वहां से चले जाने को कहा है। प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तान आतंकवाद की स्पष्ट रूप से निंदा करता है लेकिन वह सिंधु जल समझौते को निलंबित करने की कार्रवाई को सही नहीं मानता। यह 24 करोड़ पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है। इस्लामाबाद ने दक्षेस वीजा छूट योजना के तहत भारतीयों के लिए वीजा निलंबित कर दिया है लेकिन सिख तीर्थयात्रियों को इससे अलग रखा गया है। पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी तरह के व्यापार पर रोक लगा दी,जिसमें तीसरे देशों के माध्यम से होने वाले व्यापार भी शामिल हैं। उधर, पाकिस्तान सुपर लीग(पीएसएल) में पीसीबी के रोस्टर में शामिल सभी अनुभवी भारतीय क्रू सदस्यों को बदला जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक पीएसएल के प्रोडक्शन और ब्रॉडकास्ट क्रू में दो दर्जन से ज्यादा भारतीय नागरिक शामिल हैं। उन्हें बदलने के लिए पाकिस्तान कदम उठाने वाला है। शिमला समझौता 2 जुलाई, 1972 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुआ। इस समझौते पर भारत की ओर से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान की ओर से तत्कालीन राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने हस्ताक्षर किए। यह समझौता न केवल 1971 युद्ध के बाद की स्थिति को सुलझाने के लिए था, बल्कि आगे के रिश्तों को बेहतर बनाने और शांति बनाए रखने की दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास था।
