नई दिल्ली। टीएलआई
बारिश का कहर जारी है। बुधवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने से करीब 20 लोगों की मरने की सूचना है। वहीं 15 लोग लापता बताए जा रहे हैं। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल आदि ने हादसे पर दुख जताया है। किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से हुई जनहानि पर शोक व्यक्त करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उन्हें कई लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और डीजीपी दिलबाग सिंह से बात की और बादल फटने से पैदा हुए हालात का जायजा लिया। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि बादल फटने की घटना में लोगों की जान जाने से बेहद दुखी हूं। शोक संतप्त परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। सेना और एसडीआरएफ बचाव कार्य में जुटे हैं।
जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश में बुधावार को भारी बारिश से लाहौल-स्पीति में उदयपुर के तोजिंग नाले में आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए और तीन अब भी लापता हैं। चंबा में दो लोगों की मौत हो गई। कुल्लू जिले में एक महिला, उसके बेटे, एक जलविद्युत परियोजना अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक सहित चार लोगों के मारे जाने की आशंका है। मोख्ता ने बताया कि लाहौल के उदयपुर में मंगलवार रात करीब आठ बजे बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ में मजदूरों के दो तम्बू और एक निजी जेसीबी मशीन बह गई। उदयपुर के तोजिंग नाले में अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए। इनमें से सात शव बरामद हुए, दो को बचाया गया और तीन अभी भी लापता हैं। लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि भूस्खलनों के मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है। मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति में कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं जबकि लगभग 60 वाहन फंसे हैं। प्रदेश में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। उधर जम्मू के किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना बुधवार सुबह 4:30 बजे हुई। इससे नाले के किनारे स्थित 19 घर, 21 गौशाला और राशन डिपो के अलावा एक पुल भी बादल फटने से क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि दच्चन तहसील के होन्जर गांव में बादल फटने की जगह से लापता लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) द्वारा तलाशी एवं बचाव अभियान जारी है। बादल फटने से प्रभावित गांव (किश्तवाड़) से सात शव बरामद किए गए, जबकि 17 अन्य को बचा लिया गया। जान गंवाने वालों में दो महिलाएं हैं। अन्य लोगों का पता लगाया जा रहा है। बचाए गए पांच लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। एक अन्य की मौत सकतोई नाले में डूबने से हुई। वहीं, किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त ने कहा कि दूर-दराज के लैम्बार्ड इलाके में भी दो बादल फटे लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। लगातार बारिश को देखते हुए पद्दार इलाके से 60 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। वहीं, लगातार भारी बारिश से डोडा जिले में चिनाब नदी में जलस्तर बढ़ गया है।