नई दिल्ली। नीलू सिंह
लोकसभा अध्यक्ष पद के विपक्ष से उम्मीदवार खड़ा नहीं करने का सीधा फायदा भाजपा को मिल गया है। राजस्थान से भाजपा सांसद ओम बिड़ला लोकसभा अध्यक्ष के पद पर चुन लिए गए हैं। ओम बिड़ला राजस्थान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और कोटा-बूंदी संसदीय सीट से दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए हैं। बिड़ला राजस्थान मूल से पहली बार लोकसभा अध्यक्ष बनकर ओम ने कीर्तमान बनाया है। हालांकि दिसंबर 1984 में सीकर सांसद रहते हुए बलराम जाखड़ लोकसभा अध्यक्ष बने थे, लेकिन मूल रूप से पंजाब के थे।
राजस्थान में 4 दिसंबर 1962 को जन्मे ओम बिड़ला पिछले 30 साल से भाजपा में सक्रिय हैं। उन्होंने अब तक पांच चुनाव लड़े हैं और पांचों ही जीते हैं। वे तीन बार विधायक रह चुके हैं और दो बार सांसद बने हैं। वे 2014 में 16वीं लोकसभा के चुनाव में कोटा-बूंदी सीट से पहली बार सांसद बने थे। इसके बाद अब 2019 में इसी सीट से सांसद बने हैं। 57 साल के बिड़ला लोकसभा चुनाव में कोटा से कांग्रेस के रामनारायण मीणा को 2.5 लाख वोटों से हराकर दूसरी बार सांसद बने हैं। उन्होंने छात्रसंघ से राजनीति कॅरियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 1992 से 97 तक प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। बाद में राजस्थान और राष्ट्रीय स्तर पर कोऑपरेटिव मूवमेंट से भी जुड़े। बिड़ला 2003 में पहली बार कांग्रेस के दिग्गज नेता शांति धारीवाल को हराकर विधायक चुने गए थे। ओम 2003, 2008 और 2013 में कोटा से ही विधायक चुने गए थे।