टोक्यो।
ओलंपिक ट्रैक पर पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने स्वर्णिम इतिहास रचा है। नाम है नीरज चोपड़ा। नीरज के भाले ने स्वर्ण पदक पर निशाना साध देश को टोक्यो ओलंपिक में पहला स्वर्ण पदक दिलाया है। नीरज के ताल के साथ शनिवार को कुश्ती में बजरंग पुनिया ने भी ताल मिलाया है। कुश्ती में बजरं पुनिया ने कजाकिस्तानी पहलवान नियाज बिकवा को हराकर बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक पर कब्जा जमा लिया। शनिवार को दो पदक मिलने के साथ भारत के खाते में कुल सात पदक आए हैं। इसके साथ ही भारत ने लंदन ओलंपिक को पीछे छोड़ दिया। नीरज ने फाइनल में पहले प्रयास में 87.03 मीटर और दूसरे प्रयास में नीरज ने 87.58 मीटर भाला फेंककर स्वर्ण पदक पक्का कर लिया। नीरज की उपलब्धि पर उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं और खिलाड़ियों ने शुभकामनाएं दी है।
भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में 87.58 मीटर के स्कोर हासिल कर टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया है। ओलंपिक के 121 साल के इतिहास में पहली बार भारत के खाते में ओलंपिक के ट्रैक एंड फील्ड में पहली बार स्वर्ण पदक मिला है। नीरज चोपड़ा फील्ड एंड ट्रैक में गोल्ड जीतने वाले पहले और व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण हासिल करने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले व्यक्तिगत स्पर्धा में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड जीता था।
जानकारी के अनुसार नीरज चोपड़ा ने पहले प्रयास में 87.03 का अंक हासिल किया। वहीं जर्मनी के वेबर जूलियन ने 85.30 अंक हासिल कर दूसरा स्थान हासिल किया। नीरज ने इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में भी बेहतर प्रदर्शन कर पदक की उम्मीद जताई है। नीरज न टॉप रहते हुए पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था और 83.65 के क्वालीफिकेशन लेवल को आसानी से पार कर लिया था। टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का पहला गोल्ड मेडल है और अब पदकों की कुल संख्या 7 हो गई है, जिसमें एक गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। रेसलिंग में बजरंग पूनिया ने कजाखस्तान के दौलेत नियाजबेकोव को एकतरफा मुकाबले में हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।