देहरादून। अनीता रावत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में बृहस्पतिवार से जोनल टास्क फोर्स की टीबी पर आधारित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शुरू हो गई, जिसमें देश भर से जुड़े टीबी रोग विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। जिसमें उन्होंने देश में दिन प्रतिदिन टीबी के बढ़ते मरीजों पर चिंता जताई, साथ ही मेडिकल कॉलेजों,मेडिकल स्टूडेंट्स, सरकारी अस्पतालों व राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से इस बीमारी से लड़ने के लिए रणनीति तैयार करने पर जोर दिया। बृहस्पतिवार को एम्स के सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग व स्टेट टास्क फोर्स (आरएनटीसीपी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला का मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने देश में टीबी जैसी जानलेवा बीमारी के बढ़ते मरीजों के लिए औद्योगिक क्षेत्रों में लगातार बढ़ोत्तरी और कृषि क्षेत्र के सिकुड़ने के साथ ही बढ़ती गरीबी को इसकी मुख्य वजह बताया। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने चिकित्सकों को सुझाव दिया कि वह सिर्फ लक्षणों के आधार पर ही टीबी का इलाज नहीं करें बल्कि ऐसे मरीजों जिनमें इस बीमारी के संभावित लक्षण हों,उनकी समुचित जांच कराकर ही इलाज शुरू कराएं। कार्यशाला में टीबी नेशनल टास्क फोर्स के चेयरमैन पीजीआई चंडीगढ़ के डा.दिगंबर बेहरा ने कहा कि टीबी की बीमारी से लड़ने के लिए हमें हरस्तर पर प्रयास करना होगा। बताया कि इसके लिए समुदाय को जागरूक करने की आवश्यकता है। उनका कहना है कि कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग, माइक्रोबायोलॉजी व क्षयरोग विभाग को इस बीमारी के समुचित निदान के लिए अहम भूमिका निभानी होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस तरह की संगोष्ठी से हमें देश में टीबी के बढ़ते मरीजों की संख्या कम करने में कारगर साबित होगी।
सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष व डीन डा.सुरेखा किशोर ने उत्तराखंड में टीबी की बढ़ती बीमारी पर चिंता जताई, साथ ही बताया कि एम्स संस्थान इसकी रोकथाम को हरसंभव प्रयास करेगा। इस अवसर पर एमआईएचएफडब्ल्यू के सेक्रेट्री डा.संजीव कुमार,एडिशनल चीफ सेक्रेट्री आरडी धीमान, डीजीएचएस उत्तराखंड डा.रविंद्र थपलियाल, डा.अशोक भारद्वाज, डा.केएस सचदेवा, डा.अनिल पूर्थी,डा.रोहित सरीन, डा.वीसी काला,डा.एसी फुकान,डा.पूजा कपूर. डा.अजीत, डा.योगेश,डा.संतोष कुमार, डा.मनु मल्होत्रा, डा.रविकांत,डा.महेंद्र सिंह, डा.प्रदीप अग्रवाल, डा.भावना, डा.कंचन आदि मौजूद थे।