लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
स्कूल टॉपर के बाद अब विश्वविद्यालय टॉपर के नाम पर भी गौरव पथ बनेगा। इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखनऊ के नवनिर्मित पीजी ब्लॉक के लोकार्पण करने के बाद सोमवार को यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में संस्कृत विषय के अध्ययन-अध्यापन में आने वाली सभी बाधाएं प्राथमिकता पर दूर की जाएंगी।
लखनऊ में नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में लोकार्पण कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि यह महाविद्यालय राजधानी का एक महत्वपूर्ण शिक्षण केंद्र है। यहां अधिकांश आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की छात्राएं शिक्षा ग्रहण करती हैं। पीजी ब्लॉक न होने से उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता था। आज प्रदेश में विद्यार्थियों के अंदर स्वच्छ प्रतियोगिता बढ़ी है। प्रदेश में कमजोर वर्ग के स्टूडेंट भी टॉप कर रहे हैं। नगर निगम के विद्यालयों में भी छात्रों की संख्या बढ़ी है। प्रयास है कि सरकारी क्षेत्र के विद्यालयों में भी निजी क्षेत्र के विद्यालयों वाली सभी सुविधाएं छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जाएं। ब्यायज डिग्री कॉलेजों में बालिकाओं के प्रवेश की अनुमति प्रदेश सरकार द्वारा दे दी गई है। डॉ. शर्मा ने कहा कि वर्तमान में अभ्युदय योजना के तहत मुफ्त कोचिंग प्रदेश में मंडल स्तर पर उपलब्ध है जिसे आगे विस्तारित करते हुए जिले स्तर पर उपलब्ध कराया जाएगा। यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में प्रथम दस स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रदेश सरकार द्वारा एक-एक लाख रुपये व टैबलेट प्रदान करने के साथ ही उनके नाम से एक सड़क का निर्माण भी कराया जा रहा है, जिसे गौरव पथ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस योजना को विस्तारित करते हुए शीघ्र ही उच्च शिक्षा में यूनिवर्सिटी स्तर पर भी लाया जाएगा। कार्यक्रम में विधायक नीरज बोरा के अलावा सुरेश अवस्थी व गीता अवस्थी के अलावा महाविद्यालय की प्राचार्य अनुराधा तिवारी भी मौजूद थीं।