देहरादून। अनीता रावत
पिथौरागढ़ में आई नई नवेली नेपाली बहुओं को पंचायत चुनाव लड़ने के सपने को चुनाव आयोग ने जोरदार झटका दिया है। अब वह बिना भारतीय नागरिकता लिये पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकती है। इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देशित कर दिया गया है।
उत्तराखंड की नेपाली बहुओं पर चुनाव आयोग ने पंचायत चुनाव में उतरने से रोक लगा दी है। चुनाव लड़ने से पहले उन्हें भारतीय नागरिकता लेना होगा। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में ऐसा मामले सामने आने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं। यही नहीं बिना नागरिकता के वोटर लिस्ट में नाम भी दर्ज नहीं होंगे। गौरतलब है कि उत्तराखंड राज्य के तीन जिलों की करीब ढाई सौ किमी सीमा नेपाल से मिलती है। इसमें पिथौरागढ़ का धारचूला, कनालीछीना, मूनाकोट, विण ब्लॉक, चम्पावत जिले में लोहाघाट और चम्पावत ब्लॉक जबकि यूएसनगर जिले में खटीमा ब्लॉक शामिल है। इसमें से कई लोग अपनी नई नवेली बहू को भी पंचायत चुनाव में उतार देते हैं। पिथौरागढ़ में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं। इनका नाम उत्तराखंड की पंचायत वोटर लिस्ट में भी शामिल है। लेकिन इनके पास विधिवत भारतीय नागरिकता न होने पर पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने राज्य निर्वाचन आयोग से ऐसे मामलों में नामांकन दाखिल कराने या न कराने को लेकर दिशा निर्देश मांगे थे। इस पर आयोग के सचिव रोशनलाल ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर कहा है कि पंचायतीराज एक्ट में स्पष्ट है कि सिर्फ भारतीय नागरिकों के नाम ही वोटर लिस्ट में दर्ज हो सकते हैं। इसलिए यदि कुछ नाम बिना विधिवत नागरिकता के वोटर लिस्ट में दर्ज हो गए हैं तो उनके नाम वोटर लिस्ट से तत्काल हटा दिए जाएं।