लखनऊ। पुलिस भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले के दोषियों को चेतावनी देते हुए सीएम योगी ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना राष्ट्रीय पाप है। इसमें लिप्त लोगों को ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वे घर के रहेंगे न घाट के। ऐसे तत्वों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई भविष्य के लिए नजीर के रूप में याद रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को लोकभवन में विभिन्न विभागों में करीब 18 सौ पदों पर निष्पक्ष और परदर्शी ढंग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद उन्हें संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहले दिन से ही संकल्प है कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी से आगे नहीं बढ़ पा रही है तो ये युवाओं के साथ खिलवाड़ है और अपनी प्रतिभा को पलायन के लिए मजबूर करता है। अगर युवा के साथ अन्याय होता है तो यह राष्ट्रीय पाप है। पहले दिन से ही हमने तय किया है कि युवाओं के जीवन और भविष्य के साथ जो भी खिलवाड़ करेगा हम जीरो टॉलरेंस की नीति अपना कर उन तत्वों से उतनी ही सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने का काम करेंगे। हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सरकार पहले भी कार्रवाई करती रही है और एक बार फिर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है। सीएम योगी ने कहा कि हम सभी तकनीक का उपयोग करते हैं, इसी तरह ऐसे तत्व भी तकनीक का उपयोग गलत कार्य के लिए करते। कई बार सोचता हूं कि वो लोग तकनीक का इस्तेमाल कर अच्छे काम करते तो आगे बढ़ते और खुशहाल होते। मगर अब वे न घर के रहेंगे न घाट के और सरकार की कार्रवाई ऐसी होगी कि जो दूसरों के लिए नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री ने अलग-अलग विभगों में चयनित युवाओं को प्रदेश की सेवाओं में आने के लिए शुभकामनाएं दीं। कहा कि पीएम मोदी का विजन ही डबल इंजन सरकार का मिशन भी है। निष्पक्षता और पारदर्शी तरीके से हर नौजवान को उसका अधिकार प्राप्त हो सके, सरकार इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उसी का परिणाम है कि पिछले 7 साल में 6 लाख से अधिक युवाओं को अब तक प्रदेश के शासकीय विभागों में नौकरियां प्रदान की गई हैं। नियुक्ति की प्रक्रिया सभी आयोगों और बोर्डों के माध्यम से निरंतर जारी है। एक तरफ सरकारी विभागों में पूरी सुचिता और पारदर्शिता पूर्ण तरीके से नियुक्ति की प्रक्रिया को संपन्न किया जा रहा है, वहीं नौकरी और रोजगार की नई संभावनाओं के लिए जो प्रयास प्रारंभ किये गये हैं उनके सार्थक परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं।