पटना। अर्पणा पांडेय
बिहार में एक बार फिर सरकार बदल गई। रविवार सुबह जहां महागठबंधन की सरकार गिर गई तो वहीं शाम को एनडीए की सरकार बन गई। खास बात यह रही कि सरकार बदल गई लेकिन सीएम नीतीश कुमार ही रहे। रविवार शाम को नीतीश कुमार ने नौंवी वार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।
बिहार में एक हफ्ते से जारी सियासी हलचल शनिवार को उस समय तेज हो गई जब स्पष्ट हो गया कि महागठबंधन की सरकार कभी भी गिर सकती है। इसका संकेत खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की घोषणा होने के बाद ही दे दी थी। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर सियासत में परिवार वाद पर हमला कर लालू यादव पर तंज कसा था। उसी समय स्पष्ट हो गया था कि महागठबंधन सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई। सियासी जानकारों का कहना है कि नीतीश पर कुर्सी छोड़ने और तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का दबाव लगातार बढ़ रहा था। वहीं राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को एकजुट में सूत्रधार की भूमिका निभाने के बावजूद ‘इंडिया’ गठबंधन में नीतीश को उतनी तव्वजो नहीं मिली जितनी कांग्रेस को मिली। इससे भी नीतीश अंदरखाने नाराज थे।
पटना में बदले घटनाक्रम के अनुसार रविवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे राजभवन जाकर नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद दोपहर में भाजपा की ओर से समर्थन पत्र मिलने के बाद दोपहर में भाजपा नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस्तीफा देने के बाद राजभवन से बाहर आकर नीतीश कुमार ने कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने पूर्व सहयोगी राजद पर कोई विशेष टिप्पणी नहीं की। बस इतना ही कहा कि सब कुछ ठीक नहीं था। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के साथ काम करने में दिक्कत हो रही थी। जब पार्टी सदस्यों से यह समस्या साझा की तो उन्होंने इस्तीफा देने की सलाह दी। मैंने उनकी सलाह मानते हुए इस्तीफा सौंप दिया। अब हम नए गठबंधन के साथ सरकार बनाएंगे। इसके बाद दोपहर 12 बजे के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार फिर राजभवन पहुंचे और राज्यपाल के सामने एनडीए के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। नीतीश के साथ भाजपा विधायक दल के नेता सम्राट चौधरी और उपनेता विजय सिन्हा समेत कई नेता है। नीतीश ने 128 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा है। इसमें भाजपा के 78, जदयू के 45, हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा के चार के साथ एक निर्दलीय विधायक के नाम शामिल था। शाम करीब सवा पांच बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। नीतीश कुमार ने नौंवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश के साथ विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी ने भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने तीनों को शपथ दिलाई। इसके बाद विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, प्रेम कुमार, श्रवण कुमार, संतोष कुमार सुमन (संतोश मांझी, हम), सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा भी मौजूद थे। शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हम भाजपा के साथ पहले भी थे, बस बीच में कहीं चले गए थे। हम बिहार के हित के लिए काम करते हैं। बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। वहीं सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 की 40 सीटें जीतेंगे।