वाशिंगटन।
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रूव क्षेत्र से बर्फ की तलाश करेगी। नासा ने सोमवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि वर्ष 2023 में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के नोबल क्रेटर नामक क्षेत्र पर बर्फ की तलाश करने वाले रोवर को उतारेगा। नासा ने उम्मीद जताई कि रोवर सतह के ठीक नीचे पानी की बर्फ की उपस्थिति की पुष्टि करेगा और रोवर को एक दिन मंगल ग्रह पर मिशन के लिए ईंधन वाले रॉकेट में परिवर्तित किया जा सकेगा। जिससे ब्रह्मांड में गहराई तक जाया जा सकता है।
नासा ग्रह विज्ञान विभाग के निदेशक लोरी ग्लेज़ ने इस संबंध में कह कि नोबल क्रेटर दक्षिणी ध्रुव के पास एक प्रभावी गड्ढा है जो एक अन्य छोटे खगोलीय पिंड के साथ टकराव के माध्यम से पैदा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह सौर मंडल के सबसे ठंडे क्षेत्रों में से एक है, और नासा के लूनर टोही ऑर्बिटर और लूनर क्रेटर ऑब्जर्वेशन एंड सेंसिंग सैटेलाइट जैसे सेंसर का उपयोग करके इसकी अभी तक केवल दूर से ही जांच की गई है। उन्होंने कहा कि अब रोवर इसके पास जाने वाला है और यहां कई फीट नीचे ड्रील कर मिट्टी उठा कर लाने वाला है। नासा के वैज्ञानिक इस मिशन के माध्यम से यह जानना चाहते हैं कि जमा हुआ पानी पहली बार चंद्रमा तक कैसे पहुंचा और यह अरबों वर्षों तक कैसे संरक्षित रहा है। जिसके तहत, यह कैसे बचता है और पानी अब कहां जाता है। नासा के मुताबिक मिशन आर्टेमिस का हिस्सा है, जो अमेरिका की चांद पर इंसानों की वापसी की योजना है।