हल्द्वानी, गौरव जोशी।
रविदास जयंती के अवसर पर 12 फरवरी 2025 को नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत विशेष स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी के तटों और आसपास के क्षेत्रों की सफाई के साथ ही लोगों में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
स्वच्छता शपथ के साथ हुई कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत में योग प्रशिक्षिका डॉ. ज्योति चुफाल ने स्वच्छता शपथ दिलाई। इस दौरान स्थानीय नागरिकों, स्वयंसेवी संगठनों, स्कूली छात्रों और सरकारी अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और गंगा को प्रदूषण मुक्त रखने का संकल्प लिया।
स्वच्छता अभियान में क्या हुआ खास?
महाविद्यालय परिसर और गंगा तटों की सफाई की गई।
प्लास्टिक कचरा अलग कर उसका सही निस्तारण किया गया।
डॉ. फकीर सिंह ने कचरे के रीसाइक्लिंग और अपशिष्ट प्रबंधन पर जागरूकता बढ़ाई।
डॉ. रितुराज पंत (नमामि गंगे नोडल अधिकारी) ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
रविदास जी के विचारों से मिली प्रेरणा
नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डॉ. रितुराज पंत ने कहा, “रविदास जी के विचार हमें स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा देते हैं।” उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियानों से गंगा की स्वच्छता और समाज में पर्यावरणीय चेतना बढ़ती है।
विशिष्ट अतिथि और सहभागिता
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महाविद्यालय की मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मंजू मेहरा, कविता कोरंगा, यशोधर नाथ सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सोर्सेज (Sources):
नमामि गंगे मिशन – आधिकारिक रिपोर्ट
स्वच्छ भारत अभियान – सरकारी रिपोर्ट्स
पर्यावरण संरक्षण और जल स्वच्छता पर विशेषज्ञ राय
