पटना। राजेन्द्र तिवारी
नागमणि ने रविवार को रालोसपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर 9 करोड़ रुपए लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। पार्टी से इस्तीफा देने के बाद नागमणि ने कहा कि 7 फरवरी को उपेंद्र कुशवाहा से उनके आवास पर मेरी मुलाकात हुई थी। कुशवाहा ने बताया कि माधव आनंद नाम के व्यक्ति ने पार्टी फंड में 9 करोड़ रुपए दिए हैं और इस वजह से उन्हें मोतिहारी सीट दे रहा हूं। मैंने इसका विरोध किया तो कुशवाहा ने कहा कि चुनाव नजदीक है और पार्टी चलाने के लिए पैसा लेना मजबूरी है। नागमणि ने कहा कि सीट बेचने को लेकर कुशवाहा समाज में नाराजगी है।
शुक्रवार को रालोसपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ मंच साझा करने पर नागमणि को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पद से हटा दिया था। पार्टी ने नागमणि पर नीतीश की तारीफ करने का भी आरोप लगाया था। इस पर नागमणि ने कहा कि कुशवाहा का आरोप निराधार है। सरकारी कार्यक्रम में जाना गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा बहुत बड़े नौटंकीबाज हैं। कुशवाहा पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ था। अपने चमचों के साथ मिलकर उन्होंने पूरा प्लान तैयार किया था। भविष्य की राजनीति को लेकर नागमणि ने कहा कि आगे की रणनीति जल्द बताऊंगा। कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद जल्द फैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि मैं महागठबंधन से अपील करता हूं कि कुशवाहा को एक सीट ज्यादा न दें।