जयपुर। कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह था। कांग्रेस पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि राजस्थान तो खुद इसका भुक्तभोगी रहा है।
राजस्थान को टोंक में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण न खत्म होगा और न ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा। उन्होंने आरक्षण मुद्दे पर कांग्रेस से पूछा, क्या कांग्रेस ऐलान करेगी कि वे संविधान में दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों के आरक्षण को कम करके इसे मुसलमानों को नहीं बांटेगी? उन्होंने कहा, मोदी संविधान को समझता है और उसके प्रति समर्पित है। मैं बाबा साहब आंबेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति हूं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि 2004 में जैसे ही कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनी उसने सबसे पहले आंध्र प्रदेश में एससी, एसटी के आरक्षण को कम कर मुसलमानों को आरक्षण देने का काम किया था। जब वह मुख्यमंत्री थे, तब तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने अपने भाषण में कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। कांग्रेस की सोच हमेशा से तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति की रही है। कर्नाटक में जब भाजपा सत्ता में आई तो कांग्रेस द्वारा एससी, एसटी से छीन कर मुस्लिमों को दिया गया आरक्षण खत्म किया गया और जिनका हक था, उनका हित सुरक्षित रखा। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में लोगों का धन छीनकर अपने खास लोगों को बांटने की साजिश रची है। उनके एक नेता ने तो भाषण में कहा, एक्स-रे किया जाएगा। दो-तीन दिन पहले मैंने राजस्थान में 90 सेकंड के भाषण में देश के सामने कुछ सच्चाइयां रखी थीं। इससे पूरे कांग्रेस और इंडिया गठबंधन में खलबली मच गई है। कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम को इतनी मिर्ची लगी है कि वो हर तरफ मुझे गालियां देने में जुटे हैं। मोदी ने कहा, मैंने देश के सामने सत्य रखा। कांग्रेस आखिर सच्चाई से इतना क्यों डरती है? कांग्रेस क्यों अपनी नीतियों को छिपाने में लगी है? जब आपने नीति बनाई है, निर्णय लिया है तो अब-जब मोदी ने राज खोला और आपका हिडन एजेंडा बाहर आ गया है तो आप कांप रहे हो।