कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संकटग्रस्त संदेशखाली जा रहे इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के विधायक नौशाद सिद्दीकी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि गिरफ्तारी के लगभग सात घंटे बाद उन्हें शाम को रिहा कर दिया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भांगड़ से विधायक सिद्दीकी को धारा 151 के तहत कोलकाता में साइंस सिटी के पास गिरफ्तार किया गया था। विधायक ने सवाल किया, उन्होंने मुझे संदेशखालि से 62 किलोमीटर दूर रोक लिया लेकिन राज्य के दो मंत्री पार्थ भौमिक और सुजीत बोस जब वहां गए तो उन्हें नहीं रोका गया। पुलिस केवल विपक्षी नेताओं को संदेशखाली जाने से रोक रही है। वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं? पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संदेशखाली के कुछ इलाकों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। हम लोगों को उन क्षेत्रों में जाने की अनुमति देकर कानून-व्यवस्था में व्यवधान की अनुमति नहीं दे सकते। इसलिए उन्हें (सिद्दीकी को) रोका गया। निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए संदेशखाली जा रहे पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी वहां जाने से रोक दिया गया। प्रवक्ता सौम्या आइच रॉय के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं को क्षेत्र का दौरा करने से रोका गया और धमखाली में हिरासत में लिया गया। इस पर निराशा जताते हुए रॉय ने सरकार के कार्यों के पीछे के उद्देश्यों पर सवाल उठाया और स्थानीय आवाजों के दमन पर अफसोस जताया। कड़ी सुरक्षा के बावजूद हालांकि वाम समर्थक बुद्धिजीवियों का एक प्रतिनिधिमंडल स्थानीय निवासियों के साथ बातचीत करने और मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए संदेशखाली पहुंचने में कामयाब रहा।