लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
रिटायर कर्मचारियों के पेंशन खाते से पैसे उड़ाने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी और उसका साथी को साइबर सेल ने गिरफ्तार कर लिया। झारखण्ड निवासी आरोपी कोलकाता से अपना गिरोह चला रहे थे। गिरोह अब तक पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर चुका है।
साइबर क्राइम ब्रांच के अफसरों ने बताया कि रिटायर कर्मचारियों के खातों से रुपये हड़पने के जब कई मुकदमे दर्ज हो गये तो दो टीम लगाकर पड़ताल की गई थी। इसमें ही सामने आया था कि इसमें झारखंड के सलजोर बंदरी, डूमका के रहने वाले प्रमोद मंडल गिरोह का हाथ है। फिर कई नम्बरों को सर्विलांस पर लिया गया। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि राजस्थान के धौलपुर के अभिषेक राजपूत, पुणे के जयंत मणिकर और मिर्जापुर, औरैया, बागपत समेत कई जिलों के लोगों को ठगा है। इस गिरोह के खिलाफ वाराणसी में भी कई मुकदमे दर्ज हैं। प्रमोद के साथ गिरफ्तार धनबाद, के महुआदाप निवासी मंटू मंडल हर धोखाधड़ी में साथ रहा है। प्रमोद मंडल ने पुलिस अफसरों के सामने कुबूला कि सरकारी रिटायर कर्मचारियों के डाटा को साठगांठ कर हासिल कर लेते थे। फिर पेशंनधारकों को फोन करके पेंशन व खाता अपडेट करने की बात कहकर अपनी बातों में उलझा लेते थे। फिर कई जानकारियां पता करके उनके बैंक खातों में ऑनलाइन ट्रांजएक्शन सुविधा एक्टिवेट कर लेते थे। इसमें पीड़ित की जगह अपना मोबाइल नम्बर अपडेट कर देते थे। इससे रुपये निकलने का मैसेज पीड़ित तक नहीं जाता था। पीड़ित जब बैंक जाते या रुपये निकालते तभी उन्हें पता चलता था। तब तक ये ठग खाते की सारी रकम निकाल चुके होते थे।