प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के पांचवें प्रमुख स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं का संगम में उमड़ा जनसैलाब आस्था की अद्भुत तस्वीर पेश कर रहा है। बुधवार को भोर से ही स्नान का शुभारंभ हो गया, जिसमें लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगा रहे हैं। इस अवसर को और भव्य बनाने के लिए हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की जा रही है।
एक महीने से संगम तट पर एक समय भोजन, तीन समय स्नान और साधना का संकल्प लेकर ठहरे करीब 10 लाख कल्पवासी इस पुण्य स्नान के बाद घर की ओर प्रस्थान करेंगे। बुधवार को यात्रा शुभ मानी जाती है, इसलिए आज कल्पवासियों के लौटने से मेला क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा खाली हो जाएगा। महाकुंभ मेला 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक आधिकारिक रूप से जारी रहेगा। हालांकि, सभी 13 अखाड़े संगम क्षेत्र से जा चुके हैं और अब कल्पवासियों की विदाई के साथ मेले का मुख्य चरण समाप्त हो जाएगा। लेकिन प्रशासन ने यह संकेत दिए हैं कि श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए कुछ बुनियादी सुविधाएं फरवरी के अंत तक बहाल रखी जाएंगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने माघी पूर्णिमा स्नान के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं, संत-महात्माओं और प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ प्रयागराज-2025 में अब तक करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम स्नान का पुण्य अर्जित किया है, जो सनातन संस्कृति की विराटता और भारत की आध्यात्मिक समृद्धि को दर्शाता है।
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स्नान की खास बातें:
✔ 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने अब तक कुंभ में संगम स्नान किया।
✔ माघी पूर्णिमा पर नागा साधुओं का शाही स्नान नहीं होगा।
✔ प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था के लिए विशेष प्लान तैयार किया।
✔ मेला क्षेत्र में वसंत पंचमी जैसा ट्रैफिक और सुरक्षा प्रबंधन लागू किया गया।
✔ श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चकर्ड प्लेट, मोबाइल टॉयलेट, चेंजिंग रूम और पेयजल व्यवस्था 26 फरवरी तक बनी रहेगी।