नई दिल्ली। सैन्य साजो सामान के लिए भारत आयात पर ही निर्भर नहीं रहेगा, बल्कि जल्द आत्मनिर्भर बनेगा। ‘डेफकनेक्ट’ कायर्क्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि सैन्य साजो सामान के लिए दूसरे देशों पर निर्भरता रणनीतिक स्वायत्तता के लिए खतरनाक होती है।
रक्षा प्रौद्योगिकियों में नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए आईडेक्स (अदिति) योजना का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुभारंभ किया। इस योजना के तहत, स्टार्ट-अप रक्षा प्रौद्योगिकी में अपने अनुसंधान, विकास और नवाचार प्रयासों के लिए 25 करोड़ रुपये तक का अनुदान देने की केंद्र सरकार की योजना है। रक्षा मंत्री ने उद्योग जगत के दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा कि आयात पर निर्भरता के कारण पूर्व में मुश्किल समय में परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि सरकार अदिति योजना युवाओं के तहत नवाचार को बढ़ावा देगी और देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि घरेलू रक्षा उत्पादन का वार्षिक आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड आंकड़े पार कर गया है जो 2014 के आसपास लगभग 44,000 करोड़ रुपये था। हम रणनीतिक स्वायत्तता तभी बरकरार रख पाएंगे जब हथियार और साजो-सामान हमारे देश में, हमारे अपने लोगों द्वारा बनाए जाएं। हमने इस दिशा में काम किया और हमें सकारात्मक परिणाम भी दिखे। 2023-24 से 2025-26 की अवधि के लिए 750 करोड़ रुपये की अदिति योजना रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी), रक्षा मंत्रालय के आईडेक्स (रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार) ढांचे के अंतर्गत आती है। इसका उद्देश्य प्रस्तावित समय सीमा में लगभग 30 गहरी तकनीक, महत्वपूर्ण और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करना है। इसमें आधुनिक सशस्त्र बलों की अपेक्षाओं व आवश्यकताओं तथा रक्षा नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र की क्षमताओं के बीच की खाई को पाटने के लिए ‘टेक्नोलॉजी वॉच टूल’ बनाने की भी परिकल्पना की गई है। अदिति के पहले संस्करण में, 17 चुनौतियां जिनमें भारतीय सेना (3), भारतीय नौसेना (5), भारतीय वायु सेना (5) और रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी (4) शामिल हैं, लॉन्च की गई हैं। नए विचारों को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवा इनोवेटर्स को प्रेरित करने के लिए, आईडेक्स को आईडेक्स प्राइम तक विस्तारित किया गया, जिसमें सहायता 1.5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये कर दी गई। उन्होंने कहा कि सेवाओं और डीपीएसयू द्वारा दी गई चुनौतियों का समाधान प्रदान करने में उत्साहजनक भागीदारी के बाद, अब अदिति योजना शुरू की गई है।