नई दिल्ली। अर्पणा पांडेय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कम टीकाकरण वाले 40 से अधिक जिलों के जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में टीकाकरण का दायरा बढ़ाने के लिए अभिनव तरीके अपनाने की बात कही। साथ ही कहा कि टीका लगाने के लिए हर घर दस्तक दें, कोई न छूटे। बैठक में कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।
मोदी ने जिलों के अधिकारियों से कहा, अब तक आप लोगों को टीकाकरण केंद्रों तक ले जाने के लिए काम कर रहे थे, अब समय आ गया है कि टीका घर-घर पहुंचाया जाए और ‘हर घर दस्तक’ अभियान के साथ काम किया जाए। अब तक जिन्हें टीका नहीं लगा है उन्हें इसकी पहली खुराक सुनिश्चित करें लेकिन दूसरी खुराक देने पर भी उतना ही ध्यान दें।
प्रधानमंत्री ने कम टीकाकरण वाले जिलों के कलक्टरों से आह्वान किया कि वे कोरोना टीकाकरण को रफ्तार देने के लिए इमोशनल तरीका अपनाएं। उन्होंने झारखंड का जिक्र करते हुए कहा कि विरसा मुंडा की जयंती पर आदिवासी क्षेत्र में इसके लिए माहौल बनाएं तथा उन्हें श्रंद्धाजलित देने के लिए टीका लगाएं। प्रधानमंत्री ने इस संबंध में जागरुकता फैलाने के लिए धर्मगुरु की मदद लेने पर भी जोर दिया। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने इटली की अपनी हालिया यात्रा के दौरान वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मुलाकात का उल्लेख करते हुए कहा कि टीकों के बारे में धर्मगुरु के संदेश को जनता तक ले जाने की विशेष आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों एवं जिलों में सौ फीसदी खुराक का लक्ष्य हासिल किया गया है, उनके समक्ष में कई प्रकार की चुनौतियां रही होंगी। इनमें अलग भौगोलिक परिस्थितियां और संसाधनों से जुड़ी चुनौतियां भी शामिल हैं। लेकिन इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए उन्होंने कई माडल विकसित किए। उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि वे इन जिलों के अनुभवों को अपने जिलों में भी प्रयोग करें तथा टीकाकरण को गति प्रदान करें। पीएम ने यह भी कहा कि जिस जिले में जिस प्रकार की चुनौतियां हैं, उसी अनुरूप टीकाकरण का माडल अपनाएं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में उन जिलों के अधिकारी शामिल हुए जहां पर 50 फीसदी से भी कम पात्र लाभार्थियों को टीके की पहली खुराक मिली है और दूसरी खुराक लगवाने वाले लोगों की संख्या भी जहां पर कम है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि ये 40 जिले झारखंड, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मेघालय समेत विभिन्न राज्यों से हैं। बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 और कॉप-26 बैठकों में शामिल होकर बुधवार की सुबह ही विदेश से लौटने के तुरंत बाद यह समीक्षा बैठक की। देश में कुल 45 जिले ऐसे हैं जिनमें टीके की पहली खुराक लेने वालों का प्रतिशत 50 फीसदी से भी कम है। इनमें झाखंड के आठ, मणिपुर तथा नगालैंड के आठ-आठ जिले, अरुणाचल प्रदेश के छह, महाराष्ट्र के पांच, तथा असम, छत्तीसगढ़, दिल्ली, हरियाणा, मिजोरम तथा तमिलनाडु का एक-एक जिला शामिल है।