देहरादून। अनीता रावत
मौसम विभाग के भारी बारिश-तूफान के अलर्ट को देखते हुए राज्य के ज्यादातर जिलों में पहली से बारहवीं तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र आज बंद रहेंगे। साथ ही चारधाम यात्रियों को एहतियातन जगह जगह रोक दिया गया है।
रविवार को सुबह से ही राज्य में बारिश का सिलसिला जारी रहा। जबकि, उच्च हिमालयी क्षेत्र में कई स्थानों में बर्फबारी हुई है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए भारी से भारी बारिश, तूफान और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की आशंका जताई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य में हाईअलर्ट घोषित कर दिया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिशासी निदेशक राकेश जुगरान ने सभी डीएम को इस बाबत विस्तृत गाइड लाइन जारी कर दी है। भारी बारिश की चेतावनी के बाद रुद्रप्रयाग के जिला प्रशासन ने केदारनाथ की यात्रा पर मौसम खुलने तक एहतियातन रोक लगा दी है। उत्तरकाशी में भी डीएम ने गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी है। जो यात्री जहां ठहरा है, उन्हें वहीं रहने के लिए कहा गया है। बदरीनाथ यात्रा पर रोक नहीं लगाई गई है, लेकिन यात्रियों को पांडुकेश्वर से आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने मोटर मार्ग बाधित होने पर एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, एडीबी, डब्लूबी, सीपीडब्लूडी को तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। इस दौरान सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में उपस्थित रहेंगे। बारिश की वजह से लोगों के किसी स्थान पर फंसने पर खाद्य सामग्री और दवाओं का इंतजाम तत्काल करना होगा। सीएम पुष्कर धामी ने पत्रकारों से कहा कि चारधाम यात्रा रोकी नहीं गई है। मौसम की वजह से सिर्फ तीर्थयात्रियों से दो दिन के लिए यात्रा रोकने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि रविवार को केदारनाथ धाम में 16 हजार तीर्थयात्री पहुंचे थे। सुबह रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से बात कर सभी तीर्थयात्रियों को तुरंत दर्शन कराने के बाद वापस भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अयोध्या से ही मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु से मौसम को लेकर फोन पर अपडेट लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य संबंधित कार्मिकों को संवेदनशील स्थानों पर हाई अलर्ट रखा जाए। आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि, सरकार पल-पल मौसम विभाग से अपडेट ले रही है। यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों को जो जहां पर है, वहीं उचित स्थानों पर ठहरने का आग्रह किया है।