पटना। राजेन्द्र तिवारी
जदयू ने अपने हिस्से की सीटों का चयन कर लिया है। चुनाव की तिथियों की घोषणा हो जाने के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान की बैठक होगी। इसमें अंतिम तौर पर तीनों दलों के बीच सीटों के नाम पर मुहर लगेगी। भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला 17:17:6 का है। जदयू ने जो सीटें अपने हिस्से में रखी हैं, फिलहाल उसमें से 14 सीटों पर भाजपा ने लोकसभा का पिछला चुनाव लड़ा था। वहीं 1 सीट लोजपा की है। इनमें दो-तीन सीटों पर पेच फंस सकता है। इस बात के भी आसार हैं कि सीटों के चयन के लिए होने वाली बैठक में एक-दो सीटों के नाम बदल सकते हैं।जदयू के पास लोकसभा की फिलहाल नालंदा और पूर्णिया सीट है। सूत्रों के अनुसार इन दोनों सीटों के साथ जदयू ने भाजपा व रालोसपा के खाते वाली पाटलिपुत्र, जहानाबाद, काराकाट, औरंगाबाद, बक्सर, वाल्मीकिनगर, सीतामढ़ी, दरभंगा, बांका, किशनगंज, झंझारपुर, सुपौल, मधेपुरा और गोपालगंज पर अपना दावा ठोंकने का मन बनाया है। इसमें से पाटलिपुत्र की सीट से भाजपा सांसद रामकृपाल यादव फिलहाल केंद्रीय मंत्री हैं। बक्सर के भाजपा सांसद अश्विनी कुमार चौबे भी केंद्रीय मंत्री हैं। वहीं लोजपा की मुंगेर सीट पर भी जदयू ने अपनी दावेदारी पेश करने का फैसला लिया है। यहां से वीणा देवी लोजपा की सांसद हैं। सूत्रों के अनुसार नवादा की सीट लोजपा के खाते में जा सकती है। वहां से भाजपा के सांसद गिरिराज सिंह फिलहाल केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य हैं।