यरूशलम। गाजा पट्टी में युद्ध समाप्त होने के बाद इजरायल का नियंत्रण हो सकता है। इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा पेश की गई योजना में कुछ ऐसे ही संकेत मिले हैं। उनकी इस योजना को मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल को भेज दिया गया है।
नेतन्याहू ने हमास से युद्ध खत्म होने के बाद की स्थितियों के लिए एक नीति तैयार की है, जिसके तहत असैन्यकृत गाजा पर इजराइल का नियंत्रण होगा और वह आम जनजीवन से संबंधित मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। गाजा में इजराइल की भूमिका को लेकर नेतन्याहू का जोर फलस्तीन में स्वायत्त सरकार बनाने के अमेरिकी प्रस्तावों के विपरीत है। अमेरिकी प्रस्तावों के अनुसार युद्ध के बाद एक ऐसी सरकार का गठन किया जाना चाहिए जो गाजा और इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक दोनों पर शासन करेगी। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा पेश की गई योजना गुरुवार देर रात कैबिनेट मंत्रियों के पास भेजी गई। योजना में कहा गया है कि इजराइल 2007 में गाजा पट्टी पर कब्जा करने वाले आतंकवादी समूह हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। गाजा में हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल द्वारा किए गए हमलों में बीते 24 घंटे में 100 से ज्यादा फलस्तीनी नागरिक मारे गए। दक्षिणी शहर राफा, मध्य शहर दीर अल-बलाह और नुसीरात के शरणार्थी शिविरों पर ये हमले हुए। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। उधर, वेस्ट बैंक में भी इजरायली ड्रोन हमले में दो लोग मारे गए। हमास के अनुसार, उनके नेता इस्माइल हानियेह ने गाजा में संभावित संघर्ष विराम और बंधकों को रिहा करने के मुद्दे पर मिस्र के अधिकारियों के साथ बातचीत की। लेबनान में इजरायल हमलों में आतंकी संगठन हिजबुल्ला के दो लड़ाके मारे गए। दोनों की पहचान हुसैन खलील और मोहम्मद इस्माइल के रूप की गई। नॉर्वे के विदेश मंत्री एस्पेन बार्थ ईड ने कहा कि गाजा में इजरायल को अन्याय बंद करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां व वेस्ट बैंक में स्थिति बेहद गंभीर है। दोनों के बीच दो राज्य समाधान की संघर्ष विराम का विकल्प है और ये ही लागू होना मुश्किल है।