दीर अल बला। उत्तरी गाजा के बेत लाहिया में सोमवार देर रात हुए इजरायली हमले में करीब 100 लोग मारे गए। 30 से ज्यादा घायल हुए और 40 से ज्यादा लापता हैं।
गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने मंगलवार को हमले की पुष्टि करते हुए इतनी मौतों का दावा किया। सेना ने कहा कि वह इन रिपोर्टों की जांच कर रही है। उसने जबालिया में कई जमीनी और हवाई हमले किए, जिसमें करीब 40 आतंकवादी मारे गए। मिली जानकारी के अनुसार, जिस पांच मंजिला इमारत पर हमला हुआ, वहां शरणार्थी रह रहे थे। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं व बच्चे हैं। मंगलवार को भी लोग अपनों की तलाश में मलबे को खंगालते देखे गए। स्थिति इतनी विकट थी कि इमारतों की खिड़कियों और बालकनी में अधजले शवों को लटके देखा गया। कमाल अदवान अस्पताल के निदेशक हुसाम अबू सफिया ने बताया 35 घायलों में अधिकांश बच्चे हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है। हमास ने एक बयान जारी कर इजरायली हमले की निंदा की। उसने कहा, दुश्मन हमारे लोगों के खिलाफ भारी नरसंहार कर रहा है। सेना ने उत्तरी गाजा में, विशेष रूप से जबलिया, बेत लाहिया और बेत हनून के क्षेत्रों में व्यापक हवाई और जमीनी हमला किया है। इजरायली सेना ने कहा कि उत्तरी गाजा पट्टी में लड़ाई में मंगलवार को चार सैनिक मारे गए। सेना ने मौतों के पीछे की सटीक परिस्थितियों का खुलासा नहीं किया। युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 360 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। इजरायली संसद ने वोट डालकर गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यू) पर प्रतिबंध लगा दिया। प्रस्ताव के पक्ष में 92 और विपक्ष में 10 वोट पड़े। कानून के मुताबिक गाजा, वेस्ट बैंक और इजरायल के बाकी इलाकों में लोगों की मदद कर रही इस एजेंसी को 3 महीने के भीतर काम रोकना होगा। एजेंसी इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक समेत गाजा में लाखों फिलिस्तीनी शरणार्थियों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य बुनियादी चीजें मुहैया कराती है। यूनिसेफ के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा कि एजेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए इजरायली संसद के कदम का मतलब है कि बच्चों को मारने का एक नया तरीका खोज लिया गया है। इस कदम से मानवीय सहायता के कार्य प्रभावित होंगे। बच्चों को कुपोषण से निपटने के लिए टीकाकरण, खाद्य व राहत कार्य प्रभावित होंगे। अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन की महानिदेशक एमी पोप ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र निकाय पर लगाया गया प्रतिबंध निंदनीय है। एजेंसी गाजा के लोगों के लिए आवश्यक है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत ने कहा कि गाजा में जीवन रक्षक सहायता पहुंचाने के लिए यूएनआरडब्ल्यूए के अलावा कोई विकल्प नहीं है, यूएनआरडब्ल्यूए पर नए इजरायली कानून के लागू होने को लेकर अमेरिका को चिंता है।