लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान’ की 100 लाख करोड़ रुपये के निवेश की इस महायोजना से युवाओं के लिए नए रोजगार के द्वार खुलेंगे। इससे जीवन स्तर में सुधार आएगा। इससे लॉजिस्टिक्स लागत में कमी आएगी और पूरे देश में आपूर्ति श्रृंखला में सुधार होगा। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में कहीं।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को प्रगति मैदान दिल्ली में इसका शुभारंभ किया और मुख्यमंत्री गोरखपुर से वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान का शुभारंभ हम सभी को प्रोत्साहित करने वाला है। गतिशक्ति अभियान शारदीय नवरात्रि में शक्ति के अनुष्ठान के व्यावहारिक रूप में सामने आ रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण के एक नए युग की शुरुआत हो रही है। देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य यूपी की गतिशक्ति अभियान में महती भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि गतिशक्ति योजना एक सुदृढ़ भारत के निर्माण के लिए सुशासन के आदर्श पहल के रूप में जानी जा रही है। इस योजना के अंतर्गत बेहतर समन्वय से किसी भी परियोजना के नियोजन त्वरित स्वीकृति व निर्णय लेने के लिए सिंगल विंडो का प्लेटफार्म उपलब्ध कराने का एक सशक्त माध्यम बनने जा रहा है। इससे भारत का लक्ष्य निर्बाध मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी, संसाधनों का इष्टतम उपयोग, ससमय नवीन क्षमताओं का निर्माण और बाधाओं के शीघ्र समाधान के साथ समग्र बुनियादी ढांचे का विकास करना है। प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें यूपी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री धर्मवीर सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस आयोजन में लखनऊ से वर्चुअल माध्यम से जुड़े।