नई दिल्ली। टीएलआई
अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ से भारतीय वाणिज्य दूतावास के कर्मचारियों को वापस बुलाया गया है। भारत ने यह फैसला तालिबानी हिंसा को देखते हुए लिया है। भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान कर्मचारियों को लाने के लिए वहां जाएगा। हालांकि मजार-ए-शरीफ स्थित वाणिज्य दूतावास में स्थानीय स्टाफ सदस्य काम काज करेंगे। साथ ही वहां रहने वाले भारतीय को सलाह दी गई है कि वाणिज्यिक हवाई सेवाएं बंद होने से पहले तत्काल हिन्दुस्तान लौट आएं।
मजार-ए-शरीफ में और उसके आसपास के इलाकों में स्थिति बिगड़ने के चलते वाणिज्य दूतावास के भारतीय कर्मचारी और मजार-ए-शरीफ रह रहे कई भारतीयों को वहां से लाया जा रहा है। इसके भारतीय वायु सेना का एक विशेष विमान अफगानिस्तान के चौथे बड़े शहर से कर्मचारियों और भारतीय नागरिकों को लेकर आएगा। मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक ट्वीट में कहा कि मजार- ए-शरीफ से एक विशेष उड़ान नई दिल्ली के लिए रवाना होने वाली है। मजार-ए-शरीफ में या इसके आसपास रह रहे किसी भी भारतीय से आज देर शाम रवाना होने वाली विशेष उड़ान से वहां से आने का अनुरोध किया जाता है। मजार-ए-शरीफ स्थित वाणिज्य दूतावास स्थानीय स्टाफ सदस्यों के जरिए अपना कामकाज जारी रखेगा। अफगान सैनिकों और तालिबान लड़ाकों के बीच कंधार शहर के आसपास भीषण झड़प होने के बाद पिछले महीने भारत ने कंधार स्थित वाणिज्य दूतावास से करीब 50 राजनयिकों और सुरक्षा कर्मियों को वापस बुला लिया था। नए परामर्श में काबुल में भारतीय दूतावास ने अफगानिस्तान में काम कर रही भारतीय कंपनियों को देश से हवाई यात्रा सेवाओं को बंद करने से पहले अपने भारतीय कर्मचारियों को परियोजना स्थलों से तुरंत वापस लाने की सलाह दी। दूतावास ने कहा कि 29 जून और 24 जुलाई को जारी सुरक्षा परामर्श अब भी बरकरार है। दूतावास ने कहा, जैसे-जैसे अफगानिस्तान के कई हिस्सों में हिंसा बढ़ी है, कई प्रांतों और शहरों में वाणिज्यिक हवाई यात्रा सेवाएं बंद हो रही हैं।