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हल्द्वानी, गौरव जोशी। इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय स्नातकोत्तर महिला वाणिज्य महाविद्यालय, हल्द्वानी में उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग के तहत संचालित “देव भूमि उद्यमिता योजना” के अंतर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. आभा शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि यह योजना छात्राओं को स्वरोजगार, स्टार्टअप इकोसिस्टम और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
उद्यमिता प्रशिक्षण में क्या होगा खास?
नोडल अधिकारी डॉ. हिमानी ने बताया कि इस कार्यक्रम में छात्राओं को बिजनेस प्लानिंग, मार्केट रिसर्च, वित्तीय प्रबंधन, डिजिटल मार्केटिंग और अन्य आवश्यक उद्यमिता कौशल सिखाए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान उद्योग विशेषज्ञों, अनुभवी उद्यमियों और शिक्षाविदों से मार्गदर्शन मिलेगा।
स्टार्टअप शुरू करने के लिए विशेषज्ञों की गाइडेंस
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के प्रशिक्षक अभिषेक नंदा ने बताया कि इस प्रशिक्षण में छात्राओं को स्टार्टअप शुरू करने, बिजनेस मैनेजमेंट की बारीकियों और नवाचार के महत्व से परिचित कराया जाएगा। प्रशिक्षिका डॉ. विद्या कुमारी ने कहा कि छात्राओं को बैंक ऋण, स्टार्टअप ग्रांट्स और सरकारी अनुदानों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, सफल बिजनेस आइडियाज को इन्वेस्टर्स और इन्क्यूबेशन सेंटर्स से जोड़ने की व्यवस्था भी होगी।
उत्तराखंड में स्टार्टअप और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तराखंड के युवाओं को नौकरी मांगने वाले से नौकरी देने वाला बनाना है। स्टार्टअप कल्चर और आत्मनिर्भर भारत अभियान को ध्यान में रखते हुए, यह प्रशिक्षण छात्राओं को व्यवसायिक कौशल, नवाचार और आर्थिक स्थिरता की ओर प्रेरित करेगा। इस अवसर पर डॉ. दिनेश जोशी, डॉ. फकीर सिंह, डॉ. रितुराज पंत सहित कई शिक्षाविद उपस्थित रहे।