तेलंगाना। परिवारवादी पार्टियां उन्हें इसलिए निशाना बना रही हैं, क्योंकि वह उनके हजारों करोड़ के घोटालों का खुलासा कर रहे हैं। यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना की एक रैली में कही। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी कोई निजी हमला नहीं किया बल्कि परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ आवाज उठाई है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके दोस्त अब उन्हें और उनके जनता रूपी परिवार को अपशब्द बोल रहे हैं, क्योंकि वह जनता को दी गई गारंटी को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि मैं परिवारवाद का विरोध इसलिए करता हूं क्योंकि यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। युवाओं को नए अवसर नहीं देता है। तो वे इसका जवाब नहीं देते हैं बल्कि वे कहते हैं कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह युवा नेताओं को बढ़ावा देने से डरती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी अब 75-80 साल से अधिक उम्र के लोगों को अध्यक्ष नियुक्त कर रही है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने कभी भी 50 साल से कम उम्र के किसी व्यक्ति को पदोन्नति नहीं दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को डर है कि अगर 50 साल का आदमी आकर आगे बढ़ जाता है तो परिवार का क्या होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक, जहां-जहां परिवार संचालित पार्टियां शासन कर रही हैं, वे राज्य बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वे परिवार मजबूत जरूर हुए हैं, लेकिन राज्य नहीं। उन्होंने जनता से सवाल भी किया, क्या इन परिवार द्वारा संचालित राजनीति को जारी रहने दिया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार द्वारा संचालित ऐसी पार्टियां लोकतंत्र विरोधी, प्रतिभा विरोधी और युवा विरोधी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को हैदराबाद से करीब 60 किलोमीटर दूर संगारेड्डी में 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में सड़क, रेल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे कई प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, मैं राज्यों के विकास के जरिये राष्ट्र विकास के मंत्र में विश्वास करता हूं। उन्होंने जोर दिया कि विकसित भारत के लिए आधुनिक बुनियादी ढांचा होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसलिए केंद्र ने इस साल के बजट में बुनियादी ढांचे के लिए 11 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। केंद्र चाहता है कि तेलंगाना के साथ हर राज्य को इसका फायदा मिले।