लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
बसपा में उत्तराधिकारी को लेकर चल रही बहस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने विराम लगा दिया है। बसपा सुप्रीमो ने कहा मैं अभी पूरी तरह फिट हूं। अभी मेरा स्वास्थ्य ठीक है। अभी किसी को भी अपना उत्तराधिकारी बनाने की जरूरत नहीं है। मुझे अनफिट होने में अभी काफी वर्ष लगेंगे। जब स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा तब कांशीराम की तरह अपना उत्तराधिकारी दलित वर्ग से किसी को घोषित करेंगी। मायावती ने मीडिया से बातचीत में यह बातें कही।
बसपा सुप्रीमो मयावती ने कहा है कि अपनी बदहाली के लिए खुद जिम्मेवार खासकर कांग्रेस पार्टी के पेट में दर्द हो रहा है तथा बसपा के खिलाफ भी अपनी बुकलेट आदि में तरह-तरह के आरोप जबरदस्ती लगाए हैं। कांग्रेस के पतन के लिए वास्तव में उनकी गलत नीतियां, कार्यशैली व उनकी कथनी-करनी में जमीन-आसमान का अन्तर ही असली जिम्मेवार हैं, दूसरी पार्टियां नहीं। कांग्रेस अपनी आमसभाओं व चुनावी जनसभाओं में भी भीड़ जुटाने के लिए दिहाड़ी पर लोगों को लाती है। समझा जा सकता है कि देश में आज कांग्रेस पार्टी के जनाधार की दशा क्या है। मायावती ने कांग्रेस के बारे में यहां तक कहा है कि लोकसभा आमचुनाव में यूपी जैसे राज्यों में इन्हें आसानी से चुनाव लड़ाने के लिए उम्मीदवार तक नहीं मिलते हैं। बसपा ऐसा नहीं करती है। बसपा चुनाव पर खुद अपना पैसा लगाने वाले लोगों को ही अधिकांशः टिकट देती है, जिनका पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए हर प्रकार से योगदान होता है। उन्होंने कहा कि बसपा अकेली ऐसी पार्टी है जो कांग्रेस व अन्य पार्टियों की तरह अपने संगठन को चलाने व चुनाव आदि लड़ने के लिए भी बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों से आर्थिक मदद नहीं लेती है। इसके स्थान पर विभिन्न मौकों पर पार्टी के सामर्थ्यवान लोगों से पार्टी की सदस्यता के ज़रिए ही आर्थिक मदद लेती है।