लखनऊ। राजेंद्र तिवारी
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो सनसनी फैल गई। एक मिनट 45 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि जिस पंखे से महंत के फांसी लगाकर आत्महत्या करने का दावा किया जा रहा है, वह चल रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि चलते पंखे के बीच महंत ने फांसी कैसे लगा ली। दूसरा यह कि यह वीडियो बनाकर किसने सोशल मीडिया में वायरल किया। इसके पीछे की मंशा क्या है। अब इन सवालों का जवाब सीबीआई की जांच के बाद ही मिलेगा।
20 सितंबर की शाम मठ बाघंबरी गद्दी के अतिथि गृह में महंत नरेंद्र गिरि की मौत की सूचना पर आईजी केपी सिंह, डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी समेत अन्य पुलिस अफसर पहुंचे। वहां किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित था। इसी वक्त का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है। इसमें फर्श पर महंत नरेंद्र गिरि का पार्थिर शरीर रखा है। कमरे के अंदर एक शिष्य खड़ा है। पास में एक पुलिसकर्मी जांच करता नजर आ रहा है। दूसरा पुलिसकर्मी वीडियो बना रहा है। इसके बाद वीडियो में दिखाया जाता है कि वह पंखा चल रहा है, जिसके चुल्ले में महंत के फांसी लगाने की बात कही जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर चलते पंखे के बीच महंत ने फांसी कैसे लगाई।
वीडियो में रस्सी के तीन टुकड़े भी दिख रहे हैं। एक टुकड़ा पंखे में लटका है। दूसरा फर्श पर पड़ा था। तीसरा टुकड़ा महंत के गले में फंसा दिखा। ऐसे में यह भी सवाल उठ रहा है कि अगर रस्सी काट कर महंत को नीचे उतारा गया तो इसके दो ही टुकड़े होने चाहिए। रस्सी के तीन टुकड़े कैसे हो गए। वीडियो में आईजी केपी सिंह सेवादार से पूछताछ करते भी दिख रहे हैं। वह पूछ रहे हैं कि पंखा किसने चलाया। सेवादार जवाब दे रहा है कि उसने। इसके बाद बोला कि वह कमरे में पहुंचा तो दरवाजा बंद था। फोन भी बंद था। दरवाजा तोड़कर वह अंदर घुसा। उसी ने फांसी के फंदे से महंत को नीचे उतारा। आईजी उसे डांटते दिख रहे हैं कि बिना पुलिस के आए ऐसा क्यों किया। इसके आगे की बातचीत वीडियो में नहीं है।