वाराणसी। आशीष राय
हिमाचल प्रदेश ने उत्तराखंड की राह को प्रशस्त नहीं किया। विधानसभा चुनाव 2022 में भी अपना रिवाज नहीं बदला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में सरकार ने रिवाज बदलने पर जोर दिया था। हिमाचल प्रदेश के वोटर लागातर दो बार किसी सरकार को मौका नहीं देते हैं। पहले उत्तराखंड में भी यही रिवाज था लेकिन इस बार उत्तराखंड ने भाजपा को दोबार मौका दे दिया। हिमाचल में भी इसी रिवाज को बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया था। लेकिन वहां की जनता ने उनकी अपील को खारिज कर दिया। रुझानों को देखने के लिए वाराणसी में भी सुबह से लोग टीवी पर नजरें गड़ाए रहे। हिमाचल में जीत का जश्न वाराणसी में भी देखने को मिला।
गुरुवार को विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सुबह से ही वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। दोपहर तक तस्वीर साफ हो गया था। कांग्रेस जहां सरकार बनाते दिख रही थी वहीं अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप पहाड़ चढ़ने में हांफ गई थी। उत्तराखंड के बाद यहां भी आप का खाता खुलते नहीं दिख रहा है। दोपहर मे आए रुझानों के अनुसार भाजपा को 26 और कांग्रेस को भी 39 सीटें मिली हैं। अन्य को 3 सीट प्राप्त हो सकती हैं। वहीं सीएम जयराम ने जीत दर्ज कर ली है। मंडी के सरकाघाट से भाजपा ने दलीप जीत गए हैं। आंकड़ों के अनुसार सोलन की चार विधानसभा सीटों पर कांग्रेस आगे थी। शिमला शहरी सीट पर सात राउंड के बाद कांग्रेस के हरीश जनार्था 12132 मतों से आगे। भाजपा के संजय सूद 10052 मतों के साथ दूसरे स्थान पर। कुल्लू सदर सीट पर सात राउंड के बाद कांग्रेस 5444 वोट से आगे थे। सिराज सीट से कांग्रेस की जमानत जब्त होने की नौबत आ गई है। यहां से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जीत पक्की है। दोपहर साढ़े बारह बजे तक आए रुझानों में छह-छह सीट पर भाजपा और कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली थी। वहीं भाजपा 20 और कांग्रेस 33 सीटों पर आगे थी। तीन सीट पर निर्दल बढ़त बनाए हुए थे। 68 सीट वाले विधानसभा में बहुमत के लिए 35 सीट की जरुरत है। ऐसे में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाते दिख रही है। हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनता देख वाराणसी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटी।