देहरादून। अनीता रावत
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में विदेशी सैलानियों के पंजीकरण के लिए इंटरनेशनल डेस्क स्थापित की गई है, जिसका संस्थान के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर निदेशक एम्स ने बताया कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड राज्य में एम्स संस्थान मरीजों को वल्र्ड क्लास स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभा रहा है।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो.रवि कांत ने बताया कि इसी क्रम में यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए संस्थान में इंटरनेशनल डेस्क स्थापित की गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि विदेशियों को इस क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने से यहां मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य में विदेशी सैलानियों की आवाजाही बढ़ने से सरकार की भी आमदनी बढ़ेगी। निदेशक एम्स प्रो.रवि कांत ने बताया कि पश्चिमी देशों के मुकाबले भारत में इलाज सस्ता होने की वजह से भारत में मेडिकल टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस दिशा में एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.ब्रह्मप्रकाश ने इंटरनेशनल डेस्क स्थापित कर अच्छी पहल की है। लिहाजा उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्थान में विदेशियों को दी जाने वाली चिकित्सकीय सेवा से दुनिया में देश और ऋषिकेश एम्स के बारे में बेहतर संदेश जाएगा। इस अवसर पर उप निदेशक (प्रशासन ) अंशुमन गुप्ता, डीन प्रो. सुरेखा किशोर, एमएस डा.ब्रह्मप्रकाश, प्रोफेसर मनोज गुप्ता, डा. बलराम जीओमर,एसई शशिभाल पांडेय,एफएनसीओ डीपी लखेड़ा आदि मौजूद थे।