देहरादून। अनीता रावत
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी शुरू हो गई है। राजधानी देहरादून समेत अन्य शहरों में भी शाम से ही हल्की बारिश हुई। वहीं देर रात पहाड़ों की रानी मसूरी में ओलावृष्टि भी हुई।
केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, गौरसों बुग्याल, नंदा घुंघटी आदि में बर्फबारी हुई। इसके बाद से ही मौसम में ठंडक बढ़ गई है। इसकेे अलावा पिथौरागढ़ के मुनस्यारी, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल, मुक्तेश्वर में भी बर्फबारी हुई। हल्द्वानी और उधम सिंह नगर देर रात से बारिश हुई।
इधर निचले इलाकों में दिनभर बादल छाए रहे। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दोपहर बाद शुरू हुई बर्फबारी देर शाम तक भी रुक-रुककर होती रही, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश नहीं होने से सूखी सर्दी पड़ रही है। सर्दी से बचने के लिए लोग दिनभर अपने घरों में ही दुबके रहे।
वहीं कुमाऊं के हल्द्वानी, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में भी सोमवार देर शाम मौसम ने करवट बदल ली। हल्द्वानी समेत आसपास के इलाकों में हुई बारिश से ठंड बढ़ गई। सोमवार को ऊधमसिंह नगर जिले का अधिकतम तापमान एक डिग्री नीचे लुढ़ककर 22 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस रहा। नैनीताल का अधिकतम तापमान 14 और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसी के चलते ऊधमसिंह नगर में जिलाधिकारी ने मंगलवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी। मुनस्यारी की ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ है, जबकि पिथौरागढ़ जिले में अधिकतर जगहों पर सोमवार सुबह से बादल छाए रहे। रानीखेत में बूंदाबांदी, जबकि अल्मोड़ा में सोमवार सुबह से ही बादल छाए रहे। शाम चार बजे बाद हंसलिंग, पंचाचूली, नाग्निधुरा, राजरंभा, छिपलाकेदार में बर्फबारी शुरू हो गई। तराई में सोमवार सुबह हल्का कोहरा छाने के साथ ही बादल छाए रहे।
हरिद्वार में भी सोमवार को अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ गया। देर शाम बूंदाबांदी होने से मौसम बेहद सर्द हो गया। शाम को तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने से बाजार भी समय से पहले ही बंद हो गए। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मंगलवार को भी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने पांच जिलों विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर में 48 घंटे में बारिश, बर्फबारी, ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। इसके बाद दो दिन तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा। बारिश, ओले पड़ने की वजह से तापमान में गिरावट भी आ सकती है।