हल्द्वानी, गौरव जोशी। उत्तराखंड में जहां एक ओर बारिश और बर्फबारी से मौसम खुशनुमा हुआ, वहीं कई इलाकों में यह मुसीबत बनकर आई। नैनीताल जिले में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें तबाह हो गईं, जबकि चमोली जिले में भारी बर्फबारी से बदरीनाथ हाईवे ठप हो गया।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने 25 फरवरी से फिर से प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
उत्तरकाशी और चमोली में बर्फबारी से सड़कें अवरुद्ध
उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे शुक्रवार दोपहर बाद बहाल कर दिए गए, लेकिन फिसलन के कारण हर्षिल घाटी की आवाजाही बंद कर दी गई।
चमोली जिले में गुरुवार से शुक्रवार शाम तक लगातार बर्फबारी हुई, जिससे हनुमान चट्टी से बदरीनाथ तक हाईवे बंद हो गया। इस बार फरवरी के मध्य में दो साल बाद बदरीनाथ में तीन फीट से अधिक बर्फ जमी है। इसके अलावा चोपता-कुंड-केदारनाथ राजमार्ग भी पूरी तरह अवरुद्ध है। चमोली जिले के 45 गांवों में जनजीवन प्रभावित हुआ है, जहां बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है।
नैनीताल में ओलावृष्टि से बागवानी को बड़ा नुकसान
नैनीताल जिले के रामगढ़, नथुवाखान, रातीघाट, गरमपानी, तल्ला रामगढ़ और गागर जैसे इलाकों में भारी ओलावृष्टि ने कहर बरपाया। सेब, आड़ू, पुलम और खुबानी के बागों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। रामगढ़ क्षेत्र में करीब 80% किसान फल उत्पादन पर निर्भर हैं, जिससे इस आपदा का सीधा असर उनकी आजीविका पर पड़ेगा।
आगे कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, 26 और 27 फरवरी को पूरे प्रदेश में बारिश और ऊंची चोटियों पर बर्फबारी की संभावना है। शनिवार और मंगलवार को उत्तरकाशी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश हो सकती है। इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना मुख्य कारण बताया जा रहा है।