नई दिल्ली।
राजस्थान में गुर्जर आरक्षण के लिए आंदोलन गुरुवार को सातवें दिन भी जारी रहा। इस आंदोलन के चलते गुर्जर बहुल जिलों में कई रेल और सड़क मार्ग बंद हैं।
राज्य में गुर्जर सहित पांच जातियों को आरक्षण के लिए विधेयक बुधवार को राज्य विधानसभा में पारित कर दिया गया। इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है, लेकिन गुर्जर नेताओं का कहना है कि वह इन अब दस्तावेजों का अध्ययन कर रहे हैं और शाम तक ही कोई फैसला करेंगे। राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ नौकरशाह नीरज के. पवन ने विधेयक, अधिसूचना व संकल्प पत्र की प्रति गुरुवार को सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर में जाकर गुर्जर नेता किरौड़ी सिंह बैंसला को सौंपी। बैंसला ने कहा कि इन दस्तावेजों के अध्ययन और समाज के लोगों के साथ चर्चा के बाद ही आंदोलन को समाप्त करने के बारे में कोई फैसला किया जाएगा। इस आंदोलन के कारण अनेक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कई रास्ते बंद हैं।