नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह) को मिजोरम और कुछ समय पहले तक गृह सचिव रहे अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया है। अशांत चल रहे मणिपुर में भल्ला की नियुक्ति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इनके अलावा बिहार और केरल के राज्यपालों के तबादले किये गये हैं। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार और बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आरलेकर को केरल भेजा गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है तथा मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरिबाबू कंभमपति को ओडिशा का राज्यपाल नियुक्त किया है। कंभमपति की जगह जनरल वीके सिंह भेजे गये हैं। राष्ट्रपति भवन के अनुसार ये नियुक्तियां उस तारीख से प्रभावी होंगी, जिस दिन वे अपने-अपने कार्यालयों का कार्यभार संभालेंगे।
पांच राज्यों के राज्यपालों में हुए फेरबदल में भाजपा ने अपनी भावी राजनीति के संकेत दिए हैं। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केरल के मौजूदा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार लाया गया है। अशांत चल रहे मणिपुर में पूर्व गृह सचिव अजय भल्ला को राज्यपाल बनाया गया है। लोकसभा चुनाव न लड़ने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह मिजोरम के राज्यपाल बनाए गए हैं। एक अहम फैसला रघुवर दास को ओडिशा के राज्यपाल पद से मुक्त करना है।
बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए जदयू, लोजपा और अन्य दलों के साथ गठबंधन को मजबूत करने के लिए आरिफ मोहम्मद खान को केरल से हटाकर बिहार लाया गया है। इसका उद्देश्य भाजपा विरोधी इंडिया गठबंधन के लिए दिक्कतें खड़ी करना है। बिहार के मुस्लिम मतदाताओं के एक हिस्से का समर्थन जदयू व अन्य सहयोगी दलों को मिलता है और इसका उनको लाभ मिल सकता है। इसके पहले, भाजपा नेतृत्व स्पष्ट कर चुका है कि अगला विधानसभा चुनाव जदयू नेता और मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
बिहार के मौजूदा राज्यपाल राजेंद्र अरलेकर को केरल भेजा गया है। केरल में भाजपा ईसाई समुदाय में अपनी जड़ें जमा रही है। ऐसे में आरिफ मोहम्मद वहां की राजनीति में उसके लिए फिट नहीं बैठ पा रहे थे। पार्टी ने मणिपुर को संभालने के लिए पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को राज्यपाल बनाकर इंफाल भेजा है। माना जा रहा है कि इसके पीछे वहां कानून व्यवस्था बनाना और दोनों समुदायों कुकी और मैतेई के बीच शांति की स्थितियों को कायम करना तथा सुरक्षा पहलुओं को मजबूत करना है।
पूर्वोत्तर की स्थितियों को देखते हुए ही मिजोरम में पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह को राज्यपाल बनाया गया है। वीके सिंह को इस बार लोकसभा टिकट नहीं दिया गया था, तब से उनकी नई नियुक्ति का इंतजार था। आंध्र प्रदेश के पूर्व पार्टी अध्यक्ष के. हरी बाबू अब ओडिशा के नए राज्यपाल होंगे।