देहरादून। अनीता रावत
देवभूमि उत्तराखंड से मिट्टी के बर्तनों में पैक होकर गंगाजल देश के 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों में भेजा जाएगा। इसके लिये प्रादेशिक को-ऑपरेटिव यूनियन (पीसीयू) ने पूरी तैयारी कर ली है। 30 अक्तूबर को देहरादून में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह ‘गंगाजल’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
उत्तराखंड के पीसीयू चेयरमैन राम मेहरोत्रा ने बताया कि 30 अक्तूबर को देहरादून में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘गंगाजल’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। गंगाजल को 12 ज्योतिर्लिंगों में भेजने के साथ ही डिमांड आने पर अन्य धार्मिक स्थलों में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड गंगोत्री से भगीरथी नदी निकलती कर देवप्रयाग में अलकनंदा से मिल जाती है। इस संगम के बाद गंगा का निर्माण होता और यहां से गंगा नदी बहती है।
दूर-दराज से लोग उत्तराखंड में गंगा में स्नान करने पहुंचते हैं। अब प्रादेशिक कॉआपरेटिव यूनियन (पीसीयू) ने गंगाजल को पूरे देश में पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। गंगाजल को गंगा के उद्गम स्थल से ही संतों द्वारा मिट्टी के बर्तन में पैक किया जाएगा और उसके बाहर से थर्माकोल की पैकिंग की जाएगी। इसे 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ ही मांग होने पर अन्य धार्मिक स्थलों में सप्लाई किया जाएगा। एक पैक में 300 मिलीलीटर गंगाजल होगा। गंगाजल से जो भी आय प्राप्त होगी उसे प्रदेश में सहकारिता के क्षेत्र में लगाया जाएगा। पीसीयू के चेयरमैन राम मेहरोत्रा ने कहा फिलहाल गंगाजल की करीब दो लाख पैकिंग की गई है। ऑर्डर मिलने पर फिर से पैकिंग कराई जाएगा।