लखनऊ। राजेन्द्र तिवारी
उज्ज्वला योजना महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण है। इस योजना के दूसरे चरण के तहत यूपी के सोनभद्र समेत 10 जिलों की 20 लाख महिलाओं को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिया जाएगा। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को उज्ज्वला-2 योजना का शुभारंभ करते हुए कहीं।महोबा से योजना का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उज्ज्वला-2 योजना में बांदा, चित्रकूट, हरदोई, अमेठी, फर्रुखाबाद, सोनभद्र, रायबरेली, फतेहपुर, महोबा और बदायूं जिले शामिल हैं। उज्ज्वला 2.0 में उन प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है जो पता प्रमाण के अभाव में इस लाभ से वंचित रह गए थे। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान सिलेंडर भरवाने का भी पैसा सरकार ने दिया। प्रदेश में 1.38 करोड़ लाभार्थियों को 1817.28 करोड़ रुपये सीधे उनके खाते में भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि पहले चरण में मार्च 2020 तक आठ करोड़ लोगों को निशुल्क गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य था लेकिन सात महीने पहले ही लक्ष्य पूरा हो गया। उन्होंने बताया कि यूपी में 1.47 करोड़ लोगों को कनेक्शन मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन ध्यान रखे कि कंपनी के प्रतिनिधि हर लाभार्थी को घर में जाकर प्रशिक्षित करें। उन्हें चूल्हे व सिलेंडर के बीच की दूरी के बारे में बताएं। प्रदेश में घरेलू एलपीजी की बिक्री में वर्ष 2014-15 और 2020-21 के बीच 77.24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से पहले रसोई गैस के कनेक्शन के लिए भटकना पड़ता था, 25-30 हजार रुपये देने के बाद कनेक्शन मिल पाता था लेकिन प्रधानमंत्री ने गरीब महिलाओं के बारे में सोचा, चूल्हे के धुएं से आजादी दिलाकर उनकी सेहत का ख्याल रखा है। जंगल लकड़ी बीनने जाना, बरसात के महीनों में गीली लकड़ी की समस्या और रसोईघर में घंटों रहने की मजबूरी से भी निजात मिली है। यह स्वास्थ्य और बेहतर जीवन के लिए जरूरी है।