पटना। राजेन्द्र तिवारी
औरंगाबाद में जीटी रोड पर शनिवार को हुए सड़क हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। ग्रामीणों व पुलिस के जवानों ने काफी मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला। हादसे के बाद करीब घंटे भर के लिए जीटी रोड जाम रहा। शव उठने के बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। कार से मिले शादी कार्ड से घरवालों को घटना की सूचना दी गई।
एसआई दिलिप सिंह ने बताया कि दुर्घटना के शिकार सभी लोग लबदना गांव के निवासी थे। ये सभी कार से बोकारो जा रहे थे। इसी बीच उनकी तेज रफ्तार कार असंतुलित हो गई और जीटी रोड के किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में पांचों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में सच्चिदानंद सिंह (66 वर्ष), उनकी पत्नी शीला देवी (61 वर्ष), भतीजा व कार चालक सौरभ उर्फ चंचल सिंह (30 वर्ष), सौरभ की पत्नी माया देवी (28 वर्ष) व सौरभ के पुत्र इशु कुमार (3 वर्ष) शामिल हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज गया भेजा गया है। बताया जा रहा है कि सड़क हादसे का शिकार बने चंचल सिंह अपनी लाडली बहन पल्लवी की शादी में लखनऊ से आया था। वहीं चाचा सच्चिदानंद सिंह उसकी पत्नी व बेटे के साथ बोकारो से पहुंचे थे। सभी 13 फरवरी की शादी में शामिल हुए। बहन ने सोचा भी नहीं होगा कि उसके चाचा, चाची, भाई, भाभी व भतीजे की अर्थी एक साथ उठ जाएगी। भतीजे संतोष कुमार व मनोज सिंह ने बताया कि सच्चिदानंद सिंह बोकारो स्टील प्लांट के रिटायर्ड कर्मी हैं। उनका कोई पुत्र नहीं है। इसलिए वे चंचल की पत्नी व बेटे को साथ रखते थे। बहन की शादी के बाद चंचल अपने चाचा, चाची, पत्नी व बेटे को बोकारो छोड़ने जा रहा था। उन्हें छोड़ने के बाद उसे भी लखनऊ निकल जाना था। वह लखनऊ में एक कंपनी में काम करता था।