पटना। राजेन्द्र तिवारी
बक्सर में खाद की किल्लत ने किसानों की नींद उड़ा दी। खाद नहीं मिलने के कारण किसान यूपी से खाद खरीदने को बाध्य हैं। खाद के लिए प्रखंड कार्यालय में महिलाओं की भी लंबी लाइन देखने को मिल रही हैं। खाद नहीं मिलने से किसानों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के कई जिलों में खाद की किल्लत बढ़ ग्तई है। हाल यह है कि चौसा कृषक केंद्र पर आये दिन हंगामा हो रहा है। बताया जा रहा है कि लोग काम धाम को छोड़ कर सुबह छ: बजे से ही केंद्र पर आकर अपनी कतार मेंखड़े हो जाते हैं। बुधवार को केंद्र के कर्मचारियों को ग्यारह बजे आने से किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। जिसके कारण किसानों एवं कर्मचारियों के बीच तू तू मैं होने लगा इस पर कर्मचारियों द्वारा काउंटर ठोसी देर के लिए बंद कर दिया गया। जब पुलिस ने आकर हंगामा को शांत कर किसानों को कतार में किया तब जाकर सुचारू रूप से खाद वितरण प्रारंभ हुआ। बताया जा रहा है कि चौसा और आसपास के प्रखंडों में खाद की किल्लत से किसान भी खाद के चक्कर मे इधर उधर भटक रहे है।जिसके कारण चौसा कृषक केंद्र पर चौसा के साथ साथ राजपुर एवं इटाढ़ी प्रखण्ड के भी किसान कतार में खड़े हो खाद लेने के चक्कर मे है। वहीं डुमरांव में भी यही हाल देखने को मिला। धरहरा, सोवां, नया भोजपुर सहित अन्य पंचायतों के पैक्स कार्यालय पर लोगों की भीड़ देखने को मिली। खाद के लिए पिछले तीन चार दिनों से मच रही धक्का-मुक्की और भाग दौड़ के कारण कर्मचारी पुलिस की मदद ले रहे हैं। सरकार ने पंचायतों के पैक्स गोदाम पर सरकारी दर पर यूरिया खाद की व्यवस्था की गई है। उचित दाम पर किसानों को खाद मिल भी रहा है। लेकिन घंटों लाइन में लग कर धक्का-मुक्की खाने के बाद जंग जीतने से कम नहीं है। कृषि कृषि पदाधिकारी कृष्ण मोहन चौधरी ने बताया कि सब ऑनलाइन हो गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि खाद का किल्लत है। कुछ हद तक पैक्स व इफको ने स्थित संभालते हुए है। वरना हालात और खराब होती।