हल्द्वानी। अनीता रावत
जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने गुरुवार को सर्किट हाउस में विकास कार्यों की विभागवार समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष 2018-19 अवसान की ओर है, महज कुछ दिन ही इस वित्तीय वर्ष में शेष हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि सभी विकास कार्य शतप्रतिशत पूरे किए जाए। उन्होंने कहा कि बहुत से अधिकारी बजट को दबाए रखते हैं और खर्च न कर पाने की दशा में सर्मित कर देते हैं, यह आचरण घोर लापरवाही दर्शाता है। कहा कि समाज के गरीब तबके के आर्थिक उन्नयन एवं विकास के लिए जो धनराशि प्राप्त हुई है, उसे यदि कोई अधिकारी समर्पित करेगा तो उसके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिले को जिला योजना के माध्यम से विकास कार्यों को अंजाम देने के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष में स्वीकृत परिव्यय के सापेक्षे 38 करोड़ 61 लाख की सकल धनराशि शासन से अवमुक्त हो चुकी हैं, जोकि सभी विभागों को आवंटित कर दी गयी है। ऐसे में विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। यह बात जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने विकास कार्यों की प्रसार प्रशिक्षण केन्द्र सभागार में समीक्षा करते हुए कही।उन्होंने जिला योजना के साथ ही राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित योजनाओं की प्रगति एवं व्यय की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं के अन्तर्गत धनराशि खर्च करते हुए जो कार्य किये जा रहे है, उन कार्यों पारदर्शिता व गुणवत्ता के साथ ही कार्याे का अनुश्रवण भी किया जाए।
डीएम सुमन ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के विकास कार्यों हेतु अवमुक्त धनराशि किसी भी दशा में लेप्स नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2019 की घोषणा कभी भी की जा सकती है, लिहाजा इस वित्तीय वर्ष के जो भी नए कार्य शुरू करने हो वह तत्काल शुरू कर लिए जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों में तेजी के नाम पर कार्यों की गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझोता नहीं किया जाएगा।
डीएम ने अधिकारियों से कहा कि जो भी विकास कार्य किये जा रहे हैं उनकी जानकारी जनप्रतिनिधियों को भी अवश्य दें। उन्होंने जिला योजना में लोनिवि दो किमी ग्रामीण सड़क निर्माण के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 150 लाख के सापेक्ष 95 लाख की धनराशि व्यय करने (अवमुक्त धनराशि का 63 प्रतिशत व्यय करने), लोक निर्माण विभाग को अवमुक्त धनराशि 650 लाख की धनराशि के सापेक्ष 411 लाख की धनराशि का व्यय (अवमुक्त धनराशि का 63 प्रतिशत व्यय) करने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि वित्तीय वर्ष के अवशेष एक माह के भीतर धनराशि का शतप्रतिशत उपभोग करना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत शासन से अवमुक्त 38.61 करोड़ रूपये की धनराशि के सापेक्ष 30.77 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है जोकि अवमुक्त धनराशि का 79.7 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि राज्य सेक्टर के अन्तर्गत शासन से अवमुक्त 254.00 करोड़ की राशि के सापेक्ष 204.4 करोड़ रुपये व्यय हो चुके है, जोकि अवमुक्त धनराशि का 80 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि केन्द्र पोषित सैक्टर के अन्तर्गत शासन से अवमुक्त 183.65 करोड़ की धनराशि के सापेक्ष 150.99 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है जोकि अवमुक्त धनराशि का 82 प्रतिशत है। बैठक में परियोजना निदेशक बालकृष्ण, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, अपर मुख्य अधिकारी राजेश कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि हिम्मत सिंह रावत, जिला अर्थ एवं सांख्याधिकारी ललित मोहन जोशी, मुख्य कोषाधिकारी अनिता आर्य, जिला उद्यान अधिकारी भावना जोशी के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।